भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल रांची टेस्ट की पहली पारी में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में 90 रन बनाए। वह अपने करियर के दूसरे टेस्ट में शतक लगाने से चूक गए, लेकिन दर्शकों का दिल जीत लिया। वह जब बल्लेबाजी के लिए उतरे तो भारत का स्कोर पांच विकेट पर 161 रन था। उन्होंने छोटी-छोटी साझेदारियां कर टीम इंडिया को 307 रन के स्कोर तक पहुंचाया और इंग्लैंड को बड़ी बढ़त लेने से रोक दिया।
जुरेल ने अपने करियर का पहला अर्धशतक लगाने के बाद पिता को याद किया। उनके पिता नेम सिंह सेना में रह चुके हैं। उन्होंने करगिल युद्ध में भी हिस्सा लिया था। जुरेल ने अर्धशतक लगाने के बाद ‘सैल्यूट’ किया। इस तरह उन्होंने अपना पहला अर्धशतक पिता को समर्पित किया। पिता की तरह ध्रुव भी सेना में जाना चाहते थे। सेना के स्कूल में पढ़ाई के समय उन्होंने तैराकी भी सीखी थी। बाद में जब उन्होंने गली क्रिकेट में भाग लिया तो इस खेल से उन्हें प्यार हो गया।
राजकोट में अर्धशतक से चूक गए थे
ध्रुव कई बार इंटरव्यू में कह चुके हैं कि वह पढ़ाई में उतने अच्छे नहीं थे। उन्हें क्रिकेट खेलना काफी पसंद था। वह उत्तर प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन कर चुके हैं। ध्रुव को राजकोट टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला। वह 46 रन बनाकर आउट हो गए थे, लेकिन इस बार अर्धशतक पूरा कर लिया। इसके बाद जिस अंदाज में उन्होंने जश्न मनाया कि वह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जुरेल के सेलिब्रेशन को लोग काफी पसंद कर रहे हैं।