रायबरेली। माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के बैनर तले वित्तविहीन शिक्षकों ने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पहुंचकर कर अपनी मांगों को मनवाने के लिए धरना प्रदर्शन कर जिला विद्यालय निरीक्षक को ज्ञापन सौंपा। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा वित्तविहीन शिक्षकों को अयोग्य व पूर्व जन्मों के कर्मो को भुगतने व मानदेय बन्द किये जाने के विरोध में माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा द्वारा शुरू किए गए आंदोलन के तहत जनपदवार “मुख्यमंत्री निंदा यात्रा” निकालकर धरना प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री निंदा यात्रा का स्वागत
इसके पूर्व चुरुवा बार्डर पर निन्दा यात्रा के पहुंचने पर वित्तविहीन शिक्षक महासभा के जिला अध्यक्ष पुष्पेन्द्र तिवारी, जिला महासचिव श्रीकांत तिवारी व जिला कोषाध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह चौहान के नेतृत्व में सैकड़ो शिक्षकों ने शिक्षक विरोधी नारे लगाते हुए प्रदेश अध्यक्ष व एमएलसी लखनऊ उमेश द्विवेदी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष व एमएलसी बरेली-शाहजहांपुर संजय कुमार मिश्रा, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष कु0 रेनू मिश्रा, प्रदेश महासचिव अजय सिंह, प्रधान महासचिव अशोक राठौर का फूल मालाओं से स्वागत किया।
मुख्यमंत्री निंदा यात्रा के सभी पदाधिकारियों ने जगह जगह गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। सैकड़ो दो पहिया व चार पहिया के साथ शिक्षकों का काफिला जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पहुंचा जहाँ विषाल धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को सम्बोधित जिला विद्यालय निरीक्षक चन्द्रशेखर मालवीय व एस डी एम आर0 के0 तिवारी को सम्मान जनक मानदेय दिलाये जाने सम्बंधित ज्ञापन सौंपा।
मुख्यमंत्री ने अशोभनीय टिप्पणी : उमेश द्विवेदी
धरने को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष उमेश द्विवेदी ने कहा कि 05 सितम्बर को शिक्षक दिवस पर सम्मानजनक मानदेय की मांग करने वाले आंदोलनरत शिक्षकों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अशोभनीय टिप्पणी की। इससे समस्त शिक्षक आहत है। इसी के विरोध में ” शिक्षक विरोधी सरकार हटाओ,, सम्मान बचाओ, मानदेय पाओ” के संकल्प के साथ मुख्यमंत्री निन्दा यात्रा निकाली गई है जो समस्त जनपदों में पहुँच रही है।
उन्होंने कहा जब तक सरकार वित्तविहीन शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय नही देती, अपना बयान वापस नही लेती ये निन्दा रैली इसी तरह अनवरत चलती रहेगी। इसके बाद 07 जनवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुँचकर योगी के खिलाफ मोदी को ज्ञापन देगी। बरेली-मुरादाबाद के शिक्षक विधायक संजय मिश्रा ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों के जीविकोपार्जन हेतु प्रारम्भ की गई योजना को भीख की संज्ञा देते हुए अपने संकल्प पत्र में वादा किया था कि भाजपा की सरकार आने पर वित्तविहीन शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय देने की व्यवस्था कटेगी। किन्तु सम्मानजनक मानदेय देने के बजाय भाजपा की सरकार बनते ही पहले से मिल रहे मानदेय को बंद कर दिया। शिक्षकों का मानदेय बन्द करना व उनके प्रति अशोभनीय टिप्पणी करना सरकार को बहुत मंहगा पड़ेगा। प्रदेश महासचिव अजय सिंह एडवोकेट ने कहा अपने उज्ज्वल भविष्य की चाहत रखने वाले इन शिक्षकों को सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली भाजपा सरकार से शिक्षकों को काफी उम्मीद थी। लेकिन इस सरकार ने पूर्व सरकार द्वारा शुरू की गई मानदेय को ही बन्द कर दिया। लोकतांत्रिक तरीके से अपनी माँग करने वाले व विरोध प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को अधिकार न देना, उनकी माँगो को न सुनना मुख्यमंत्री की तानाशाही रवैये को प्रदर्शित करता है।
भाजपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में खामियाजा
प्रदेश महासचिव व लखनऊ खण्ड से स्नातक प्रत्याशी ने कहा कि यदि सरकार ने शिक्षकों की अनदेखी की उनकी मांगें पूरी न की तो भाजपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में खामियाजा भुगतना पड़ेगा। महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष कु0 रेनू मिश्रा ने कहा कि वित्तविहीन शिक्षक वित्तपोषित शिक्षकों की तरह काम करते है फिर भी सरकार उनकी उपेक्षा व अनदेखी कर रही है। शिक्षक वेतन नही सम्मानजनक मानदेय की मांग कर रहे है। धरने को प्रधान महासचिव अशोक राठौर, प्रदेश उपाध्यक्ष तेज कुमार उपाध्याय, लालकृष्ण प्रताप सिंह जिला अध्यक्ष प्रतापगढ़, राम कुमार वर्मा जिलाध्यक्ष बाराबंकी, मुन्ना मिश्रा प्रभारी उन्नाव, आदि ने सम्बोधित किया। संचालन जिला अध्यक्ष पुष्पेन्द्र तिवारी ने किया।
इस अवसर पर प्रदेश संरक्षक रामानन्द शुक्ला, प्रबन्धक महासभा के जिलाध्यक्ष सालिक राम सक्सेना, संजय सिंह, शशिकांत शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष अहिबरन सिंह, अजय त्रिपाठी, विनय प्रताप सिंह, अरुण त्रिपाठी, गणेश मिश्रा, पवन कुमार यादव, राजकुमार यादव, अभिनव अवस्थी, संजय तिवारी, चन्द्र भान सिंह, सत्येन्द्र सिंह, अशोक यादव, राम सिंह, शिव प्रकाश बाजपेई, मनोज अवस्थी, हरेंद्र सिंह,अंजू सिंह चौहान, योगिता सिंह, कुसुम मौर्या, शैलजा सिंह साहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे।
_रत्नेश मिश्रा