रायबरेली।आधुनिकता और भैतिकतवाद के इस दौर में मानवता की सेवा का सारथी बना है श्री सर्वेश्वरी समूह। श्री सर्वेश्वरी समूह के संस्थापक परम पूज्य अघोरेश्वर भगवान राम पर आस्था व्यक्त करते हुए लोग समूह से जुड़कर जाति और धर्म से ऊपर दीन-दुखियों की सेवा के लिए कार्य कर रहे हैं। अन्तराष्ट्रीय स्तर पर मानव सेवा के लिए श्री सर्वेश्वर समूह का नाम गिनीज बुक आफ दी वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज है उक्त उद्गार श्री सर्वेश्वरी समूह की रायबरेली शाखा के सदस्य सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य दल बहादुर सिंह ने डीह ब्लाक के ग्राम निनांवा कोट बारा में जरूरतमंदों के मध्य रजाई वितरण कार्यक्रम के दौरान कही। श्री सिंह ने बताया कि समूह का उद्देश्य मानव मात्र की सेवा करना है। रायबरेली की शाखा के द्वारा ठंड के मौसम में प्रत्येक वर्ष रजाई व कम्बल का वितरण जरूरतमंदों के मध्य किया जाता है। निःशुल्क चिकित्सा कैम्प, गर्मी से निजात दिलाने के उद्देश्य से प्याऊ, चिकित्सालय परिसर में हाथ के पंखे, पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से जनपद के विभिन्न ग्रामों में वृक्षारोपण कराया जाता है।
केन्द्रीय प्रबन्धकारिणी समिति के सदस्य कौशल सिंह ने कहा कि समय और काल की आवश्यकता के अनुसार परमपूज्य अघोरेश्वर ने 21 सितम्बर 1961 को श्री सर्वेश्वरी समूह की स्थापना की । समूह का उद्देश्य था मानवता और कल्याण की गतिविधियों को समाज में विस्तृत कर एक उदाहरण प्रस्तुत करना। श्री सर्वेश्वरी समूह एक सामाजिक और आध्यात्मिक संस्था है, जो लोगों के आध्यात्मिक मुक्ति, विकास, प्रगति और उनके कल्याण के लिए समर्पित है। समूह निर्धन लोगों के सामाजिक उत्थान और उन्हें आध्यात्मिक विकास की ओर ले जाने वाली संस्था है। समूह के द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों का एक महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि अब भी समूह भारत के पिछड़े हुए निर्धन लोगों के जीवन को संवारता है, उनके लिए कार्य करता है।
आश्रम के वरिष्ठ सहयोगी दादा आर0के0 चर्तुवेदी ने कहा कि प्राणीमात्र में परमात्मा का वास होता है, इसीलिए प्राणीमात्र की सेवा परमात्मा की सेवा है। जनसेवा ही भारतीय संस्कृति का मूल धर्म है। जनसेवा भारतीय संस्कृति की महानता में चार चाँद लगा देता है।
रायबरेली आश्रम के व्यवस्थापक बृजेश सिंह ने कहा कि लोक कल्याण और विश्व में शान्ति की स्थापना समूह का उद्देश्य है। दीन दुखी असहाय गरीब और कुष्ठ रोगियों की सेवा समूह का प्रमुख कार्य है। रायबरेली आश्रम परिसर में पथरी से निदान दिलाने के उद्देश्य से प्रत्येक रविवार को फकीरी पद्धति के माध्यम से निःशुल्क दवा वितरित की जाती है।
कोषाध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि सर्वेश्वरी समूह मानव गतिविधि के हर एक पहलू – सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक से जुड़ा है, अपने आप में समाहित किये हैं। यहाँ व्यक्ति अपने साथ के इस शाश्वत शांति और प्रसन्नता को अन्य के लिए भी साझा करने को तत्पर है, जिसके लिए हम सबकी उत्कंठा है। समूह ऐसे गुणी लोगों की संस्था या संगठन है जो निःसहाय की सहायता करना चाहते हैं, समाज के पिछड़े, निर्धन वर्ग की सेवा करना चाहते हैं, चाहे वह किसी भी वर्ग, जाति धर्म या समुदाय को हो।
धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि पूज्य अघोरेश्वर महाप्रभू ने जो मार्ग दिखाया है, वही सच्चा मार्ग है। गरीब, कुष्ठ रोगियों की सेवा करना ही पुनीत कार्य है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से उपजिलाधिकारी बदाँयू दिनेश सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख नरेन्द्र सिंह, रमाकान्त तिवारी, सचिन श्रीवास्तव, प्रो0 राजेश सिंह, कविता मिश्रा, सुरेन्द्र कुमार, अजय सिंह, सुधाकर मिश्रा, अभिषेक विक्रम सिंह, ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, राघवेन्द्र सिंह, राम उजेर यादव, विनय कुमार सिंह, अंकित मौर्या, विकास सिंहरौर, अमित सरोज, खुनखुन सिंह, विनोद सरोज, प्रमोद यादव, जितेन्द्र सिंह, विकास कुमार, मनीष सिंह, महेन्द्र बहादुर सिंह, दिनेश यादव, शैलेन्द्र सिंह, आदि लोग उपस्थित रहे।
Tags औघड़ भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम रायबरेली
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