नई दिल्ली। 70वें गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार महिला सशक्तीकरण की सशक्त तस्वीर देखने को मिलेगी। इस बार का गणतंत्र दिवस इस लिए भी खास है क्योंकि देश में पहली बार गणतंत्र दिवस परेड की सभी टुकड़ियों का नेतृत्व महिला अधिकारी करती दीखेंगी। आर्मी सर्विस कॉर्प्स में लेफ्टिनेंट भावना कस्तूरी (Lt. Bhavana Kasturi) की माने तो यह उनके जैसी अन्य महिलाओं के लिए सम्मान की बात है।
आर्मी सर्विस कॉर्प के लिए ऐतिहासिक पल
बतौर लेफ्टिनेंट कस्तूरी,यह हमारे लिए गौरव की बात है। यह आर्मी सर्विस कॉर्प के लिए ऐतिहासिक पल होगा कि हमारी टुकड़ी गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा होगी। इसके बाद हम भी हमेशा के लिए इतिहास का हिस्सा बन जाएंगे।
Indian Army में लैंगिक असमानता जैसी बात नहीं
Lt. Bhavana Kasturi का मानना है कि भारतीय सेना(Indian Army) में लैंगिक असमानता जैसी कोई बात नहीं है। सेना में एक अफसर हमेशा अफसर ही रहता है। महिला-पुरुष अधिकारीयों के लिए जिम्मेदार और सेवा का अधिकार भी समान ही रहता है। हमें लोगों को इस बार अपनी सैन्य क्षमता को प्रदर्शित करने का मौका मिला है।
समाज में कई तरह के बदलाव हो रहे
लेफ्टिनेंट कस्तूरी का मानना है कि आज समाज में कई तरह के बदलाव हो रहे हैं। यह केवल सेना ही नहीं समाज के अन्य हिस्सों में भी हो रहा है। मैं महिलाएं के लिए सिर्फ इतना ही कहना चाहूंगी कि वो अपने सपने को पूरा करने के लिए सदैव प्रयासरत रहें, कभी हार ना माने।