वाराणसी। 11 दिन की हड़ताल में नौ दिन ओपीडी चली और इन नौ दिनों में ओपीडी में बिना इलाज करीब 35 हजार मरीजों को लौटना पड़ा। जबकि एक हजार मरीजों की सर्जरी नहीं हुई। 440 मरीजों की ही भर्ती हो सकी जबकि 672 को डिस्चार्ज किया गया।
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आईएमएस बीएचयू (BHU) के रेजिडेंट 13 अगस्त से ही ओपीडी, वार्ड, जांच केंद्र सहित अन्य जगहों पर कामकाज ठप कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने इमरजेंसी सेवाओं में सहयोग की बात कही थी, लेकिन कुछ दिनों से इमरजेंसी में भी रेजिडेंट नहीं नजर आए।
ओपीडी में सामान्य दिनों में बीएचयू में करीब छह हजार मरीज आते हैं। इसमें चार हजार नए जबकि दो हजार फॉलोअप के मरीज आते हैं। 150 सर्जरी और रेडियोलॉजी में 1000 जांच रोज होती है। हड़ताल की वजह से पहले दिन 4019 मरीज देखे गए, इसके बाद संख्या घटती गई। 17 अगस्त को 151, 19 अगस्त को 651 मरीज तक संख्या आ गई।
इमरजेंसी, आईसीयू में पहुंचे, ओपीडी में आज से सेवाएं
आईएमएस बीएचयू के रेजिडेंट शनिवार से ओपीडी में सेवाएं देंगे। निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने बताया कि कि रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन की ओर से हड़ताल खत्म करने की सूचना मिल गई है। शुक्रवार देर शाम से आईसीयू, इमरजेंसी, ट्रॉमा सेंटर सहित अन्य इमरजेंसी, सेवाओं में रेजिडेंट लग गए हैं। सामान्य दिनों की तरह वह शनिवार सुबह से ओपीडी, जांच केंद्र,वार्ड सहित अन्य जगहों पर अपनी सेवाएं देंगे।