अमरावती। आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली घी में पशु चर्बी पाए जाने के मामले में विवाद बढ़ चुका है। उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने सनातन धर्म का विस्तार करते हुए तमिलनाडु के अपने समकक्ष उदयनिधि स्टालिन पर निशाना साधा। दरअसल, उन्होंने उदयनिधि के एक साल पहले सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी पर हमला किया।
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हालांकि, उदयनिधि स्टालिन पर पवन कल्याण की तरफ से किए हमले का तुरंत पलटवार किया गया। द्रमुक प्रवक्ता डॉ सैयद हफीजुल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी ने किसी भी धर्म, विशेष रूप से हिंदू धर्म को लेकर कुछ भी नहीं कहा है। उन्होंने कहा कि वे जातिगत अत्याचार और छूआछूत के खिलाफ आवाज उठाना जारी रखेंगे।
उदयनिधि स्टालिन पर साधा निशाना
गुरुवार को तिरुपति मंदिर के प्रसाद में पशु चर्बी पाए जाने के आरोपों का वर्णन करते हुए पवन कल्याण ने कहा, “पांच वर्षों तक वाईएसआरसीपी की सरकार ने कुशासन किया। हमें नहीं मालूम कि उन्होंने कितने करोड़ रुपये (रिश्वत) जमा किए। बाद में इसकी जांच होनी चाहिए।”
पवन कल्याण सीधे तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री जनग मोहन रेड्डी को दोषी ठहराने से पीछे हट गए। उन्होंने कहा, “यह केवल मुख्यमंत्री के बारे में नहीं है। कभी नहीं, आज तक मैंने कभी उनकी ओर इशारा करके नहीं कहा कि यही अपराधी हैं। मैं अभी भी उन्हें दोषी नहीं कह रहा हूं।”
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पवन कल्यान ने यह हमला तमिलनाडु के डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन द्वारा पिछले साल सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी पर किया गया था। दरअसल, स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू जैसी वायरल बीमारियों से किया था।
हालांकि, इस टिप्पणी को लेकर काफी विवाद हुआ था। गुरुवार को एकबार फिर पवन कल्याण ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा, “सनातन धर्म को वायरस मन कहिए। मैं आपको बताना चाहता हूं कि जिसने भी सनातन धर्म को मिटाना चाहा, वह खुद मिट गया।”