उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रचार-प्रसार का काम करने वाली कम्पनियों में किर्लोस्कर का छोटा चिली जनरेटर को लेकर नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। जनरेटर कम्पनी के दावों के विपरीत उपयोग करने में यह फेल साबित हो गया है। रोजाना होने वाली दिक्कतों से व्यवसाय को सही रूप से चला पाना प्रचार-प्रसार कम्पनी वालों के लिये मुश्किल का सबब बन गया है।
बता दें कि किर्लोस्कर के Chhota Chilli पोर्टेबल जनरेटर के मालिकानों ने दावा किया था कि उनकी कम्पनी को जनरेटर के क्षेत्र में सात दशकों से अधिक का अनुभव है। उनका जनरेटर मजबूत पावर, बेहतर स्थायित्व और विश्वसनीयता के साथ उपयोगकर्ता के लिये अनुकूल साबित होगा।
इन्हीं दावों में फंसा महसूस करने वाले एड इंडिया के मालिक गौरव गुप्ता, देंवाश एसोसिएट से अजय सिंह, आरएन इंडिया से वैभव गुप्ता मंथन एडवर्टाइजिंग के अनूप मिश्र ने बताया कि जनरेटर में दिक्कतें हमेशा बनी हुई हैं। उनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा है। यह जनरेटर उन्होंने प्रचार प्रचार वाहनों के लिये खरीदे थे। अब उनमें रोजाना कुछ न कुछ समस्या की शिकायत से वो परेशान हो चुके हैं।
बता दें कि प्रचार प्रसार का काम करने वालों ने जब जनरेटर के मालिकों को शिकायत बताई तो एक अधिकारी ने अपना नाम न बताने की शर्त पर जानकारी दी कि इस जनरेटर में कुछ पार्ट्स चाइना के हैं। चाइना से इन पार्ट्स का आना बंद होने से दिक्कतों की बात उसने बताई। अब पार्ट्स की उपलब्धता नहीं होने के कारण इन जनरेटरों की मरम्मत भी नहीं हो पा रही है। प्रचार प्रसार कम्पनी वाले अब इस बड़े नुकसान से आहत हैं। उन्होंने इसकी शिकायत उच्च स्तर पर करने का मन बना लिया है।