लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय के प्रो बोनो क्लब ने किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू), लखनऊ के एंडोक्राइन सर्जरी विभाग के सहयोग से ब्रेस्ट कैंसर पर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। इस महत्वपूर्ण कार्यशाला का उद्देश्य ब्रेस्ट कैंसर के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना और इसके शुरुआती निदान और समय पर उपचार के महत्व पर प्रकाश डालना था।
इस अवसर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय के अधिष्ठाता और प्रमुख, प्रोफेसर डॉ बीडी सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्घाटन भाषण में छात्रों को न केवल कानून के क्षेत्र में, बल्कि सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के प्रति भी जागरूक रहने की सलाह दी। उन्होंने ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रो बोनो क्लब की सराहना की और छात्रों को इस पहल से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
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प्रो बोनो क्लब के अध्यक्ष डॉ आलोक कुमार यादव ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं छात्रों को न केवल सामाजिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाती हैं, बल्कि उन्हें समाज के लिए कुछ अच्छा करने का अवसर भी देती हैं। उन्होंने इस कार्यशाला के आयोजन में सहयोग देने वाले केजीएमयू के एंडोक्राइन सर्जरी विभाग की भी प्रशंसा की।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ आनंद कुमार मिश्रा, जो कि केजीएमयू के एंडोक्राइन सर्जरी विभाग के प्रमुख हैं, ने ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण, निदान और उपचार के तरीकों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार शुरुआती चरण में ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाना और उपचार करना संभव है और इससे कई जानें बचाई जा सकती हैं। डॉ मिश्रा ने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने परिवारों और समाज में ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद करें।
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डॉ पूजा रामाकांत, प्रोफेसर, एंडोक्राइन विभाग, केजीएमयू ने ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम कारकों और इससे बचने के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल और नियमित जांच की आवश्यकता पर बल दिया। इसके साथ ही डॉ कुलरंजन सिंह, सहायक प्रोफेसर, एंडोक्राइन सर्जरी विभाग, केजीएमयू ने भी छात्रों को ब्रेस्ट कैंसर से जुड़ी चिकित्सा जानकारी दी और उपचार में हो रही नवीनतम प्रगति के बारे में बताया।
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कार्यशाला के दौरान विधि संकाय के छात्रों ने विशेषज्ञों की बातों को ध्यानपूर्वक सुना और इस गंभीर बीमारी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की। छात्रों ने इस चर्चा में सक्रिय भागीदारी दिखाई और कई सवाल भी पूछे, जिनका विशेषज्ञों ने विस्तार से उत्तर दिया।
इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में प्रो बोनो क्लब के छात्र समन्वयक सुमित सिंह, वंशिका गौड़ और क्लब की पूरी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम के अंत में छात्रों और सभी अतिथियों ने प्रो बोनो क्लब की इस सामाजिक पहल की सराहना की और भविष्य में भी इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करते रहने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यशाला का समापन प्रोफेसर डॉ बीडी सिंह के समापन भाषण से हुआ, जिसमें उन्होंने छात्रों और प्रो बोनो क्लब की पूरी टीम को धन्यवाद दिया और इस प्रकार के सामाजिक सरोकारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
लखनऊ विश्वविद्यालय और केजीएमयू का यह संयुक्त प्रयास समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इस कार्यक्रम में परिसर निदेशक प्रोफेसर राकेश कुमार सिंह, डॉ अभिषेक तिवारी, डॉ अर्चना सिंह, डॉ पुष्पेन्द्र त्रिपाठी तथा 100 से अधिक छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।