लखनऊ। रविवार को लखनऊ विश्वविद्यालय की विधि संकाय की एडीआर ड्राफ्टिंग एवं लिटरेरी सोसायटी, रेडिएंट कॉलेज ऑफ लॉ एवं जूरिस लॉ कॉलेज द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इंटर कॉलेजिएट नेगोशिएशन प्रतियोगिता का समापन एवं पुरस्कार वितरण विधि संकाय के जूरिस हाल में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथिगण द्वारा दीप प्रज्वलन और कुलगीत से किया गया। इस अवसर पर विधि क्षेत्र के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ उपस्थित रहे।
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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उप निदेशक समाज कल्याण विभाग, प्रवीण कुमार त्रिपाठी उपस्थित रहे। प्रतियोगिता के फाइनल राउंड को जज करने के लिए संजय भसीन (वरिष्ठ अधिवक्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट लखनऊ बेंच), शैलेन्द्र सिंह राजावत (एडवोकेट, इलाहाबाद हाईकोर्ट लखनऊ बेंच), प्रोफेसर मोहम्मद अहमद (अतिरिक्त कुलानुशाषक) लखनऊ विश्वविधालय मौजूद रहे।
बीबीडी यूनिवर्सिटी के छात्रों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, रनर अप के रुप में सिटी लॉ कॉलेज के छात्र विजयी रहे।प्रतियोगिता में बेस्ट क्लाइंट अश्विनी प्रताप सिंह रहे , बेस्ट काउंसिल अनूप कुमार रहे। प्रथम वर्ष के छात्रों मैं बेस्ट टीम सहज और सानिध्य रहे। बेस्ट क्लाइंट श्रेया सिंह रही। बेस्ट काउंसिल सुदीप रहे।
प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित करते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय की विधि संकाय के अधिष्ठाता डॉ बंशीधर सिंह ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेगोशिएशन कौशल छात्रों के पेशेवर विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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मुख्य अतिथि प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने अपने संबोधन में प्रतियोगिता को एक प्रेरणादायक प्रयास बताया। उन्होंने कहा की छात्रों को व्यवसायिक कौशल के साथ साथ सामाजिक समझ को भी विकसित करना चाहिए, जो इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से संभव है। इस प्रतियोगिता में विशेष रूप से प्रथम वर्ष के छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार दिए गए। इनमें बेस्ट क्लाइंट, बेस्ट काउंसिल, और बेस्ट टीम के लिए पुरस्कार शामिल थे। इस पहल का उद्देश्य प्रथम वर्ष के छात्रों में आत्मविश्वास और तर्क कौशल को बढ़ावा देना था।
इस अवसर पर एडीआर सोसाइटी के टीचर कोऑर्डिनेटर प्रो हरिश्चंद्र राम एवं डॉ कौशलेंद्र सिंह भी उपस्थित रहे। प्रो हरिश्चंद्र राम ने प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए सभी अतिथियों, प्रतिभागियों, सह-आयोजकों एवं एडीआर, सोसाइटी के ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी स्वराज शुक्ला और प्रेसिडेंट आरज़ू नायाब एवं सभी सदस्यों का धन्यवाद व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन छात्रों के कानूनी कौशल को निखारने और उन्हें व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने में सहायक हैं। इस अवसर पर विधि संकाय के प्राध्यापक, छात्र और अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विधि संकाय की एडीआर ड्राफ्टिंग एवं लिटरेरी सोसायटी के सदस्यों ने किया। लखनऊ विश्वविद्यालय की विधि संकाय द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में याद किया जाएगा।