• ओपन एक्सेस पब्लिशिंग से शोध प्रकाशनों को फ्रीडम- डॉ मोहित गर्ग
• नई टेक्नोलाॅजी से शोधार्थी को अपडेट रहने की जरूरत- प्रो एसएस मिश्र
अयोध्या। डाॅ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो प्रतिभा गोयल के निर्देशन में केंद्रीय पुस्तकालय और आईआईटी दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में ओपन एक्सेस पब्लिशिंग विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ भौतिक एवं इलेक्ट्रॉनिक विभाग के सेमिनार कक्ष में किया गया।
अवध विवि में ओपन एक्सेस पब्लिशिंग विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारम्भ
कार्यशाला के मुख्य वक्ता आईआईटी दिल्ली के डॉ मोहित गर्ग रहे। अध्यक्षता डीन ऑफ साइंस प्रो एसएस मिश्रा ने की। अतिथियों के प्रति स्वागत कार्यशाला के संयोजक प्रो सिद्धार्थ शुक्ल द्वारा किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ मोहित गर्ग ने बताया कि ओपन एक्सेस पब्लिशिंग को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली है।
इसमें शोध प्रकाशनों को फ्रीडम दी जाती है। इसके अलावा उन्हें ओपन लाइसेंस भी दिया जाता है। उन्होंने बताया कि ओपन एक्सेस से शोध को काफी मदद मिली है। अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर इसका काफी उपयोग किया जा रहा है। शोध संबंधी जानकारी ओपन एक्सेस पब्लिशिंग निःशुल्क उपलब्ध कराता है।
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कार्यशाला की अध्यक्ष्ता करते हुए डीन साइंस प्रो एसएस मिश्र ने कहा कि पुस्तकालय ज्ञान का केंद्र है। वर्तमान में शोध की नई टेक्नोलाॅजी से प्रत्येक शोधार्थी को अपडेट रहने की आवश्यता है। इसमें ओपन एक्सेस पब्लिशिंग उपयोगी सिद्ध होगा। कार्यक्रम के संयोजक प्रो सिद्धार्थ शुक्ल द्वारा अतिथियों का स्वागत करते हुए दो दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम का संचालन इंजीनियर शाम्भवी मुद्रा शुक्ला ने किया।
अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन प्रो केशव सिंह, गोरखपुर विश्वाविद्यालय द्वारा किया गया। तकनीकी सहयोग डॉ अनुराग सिंह ने किया। मौके पर प्रो केके वर्मा, प्रो गंगा राम मिश्रा, डॉ अनिल कुमार यादव, डॉ सिंधु सिंह, डॉ शिवी श्रीवास्तव, डॉ संजीव कुमार श्रीवास्तव, डॉ अलका माथुर, डॉ अनिल कुमार, डॉ शिव कुमार, डॉ सुधीर सिंह, डॉ देवेश प्रकाश, डॉ अश्विनी, डॉ सचिन, डॉ अरविंद कुमार वाजपेयी, डॉ मिथिलेश तिवारी सहित शोधार्थी मौजूद रहे।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह