जकार्ता एशियाई खेलों में दो स्वर्ण और रजत पदक जीतने वाली देश की स्टार एथलीट हिमा दास पर व्हेयर अबाउट फेल्योर (टेस्ट के लिए ठिकाने का पता नहीं बताना) के लिए 16 माह का प्रतिबंध लगाया गया है। उन पर यह प्रतिबंध 22 जुलाई, 2023 से लगाया गया है।
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विश्व एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) और राष्ट्रीय डोपिंग एजेंसी (नाडा) ने हिमा पर मामले के आपसी समाधान समझौते के तहत यह प्रतिबंध लगाया है। वरना उन पर दो वर्ष का भी प्रतिबंध लग सकता था। हालांकि इस प्रतिबंध की अवधि इस वर्ष 22 नवंबर को समाप्त हो गई है।
हिमा को बीते वर्ष सितंबर माह में व्हेयर अबाउट फेल्योर के लिए नाडा ने अस्थाई रूप से प्रतिबंधित कर दिया था। नाडा की टीम तीन बार उनके दिए पते पर सैंपल लेने पहुंची, लेकिन तीनों ही बार वह नहीं मिलीं।
नाडा के सुनवाई पैनल ने हिमा पर लगे सभी आरोप वापस लेते हुए उन्हें बरी कर दिया। नाडा ने इस पर अपील की, लेकिन अपील पैनल ने भी उन्हें बरी कर दिया। इसके बाद वाडा ने इस मामले को खेल पंचाट (कैस) में चुनौती देने का मन बनाया।
इस बारे में हिमा को भी बताया गया कि वह वाडा के कोड 10.8.2 के तहत मामले के आपसी समझौते के लिए तैयार हैं या फिर कैस में लड़ाई लड़ेंगी। हिमा आपसी समझौते को तैयार हो गईं।
इसके बाद उन पर इस वर्ष 8 नवंबर को 16 माह का प्रतिबंध पिछली तिथि से लगाया गया, लेकिन इसे सार्वजनिक नहीं किया गया। उन पर वाडा के आर्टिकल 2.4 के तहत प्रतिबंध लगा है।