लखनऊ/मथुरा। वीरता एवं विशिष्ट सेवाओं के साम्मान हेतु उत्तरी कमान अलंकरण समारोह (Northern Command Investiture Ceremony) 12 फरवरी को मथुरा में संपन्न हुआ। इस अवसर पर उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (GOC-in-C) लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिन्द्र कुमार (Lt Gen MV Suchindra Kumar), पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, वीएसएम ने सैन्य अधिकारियों और सैनिकों को उनके बहादुरी के कार्यों और राष्ट्र के प्रति उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए वीरता और विशिष्ट सेवा पदकों से अलंकृत किया।
अलंकरण समारोह में कुल 38 सेना पदक (वीरता), 5 सेना पदक (विशिष्ट), 2 युद्ध सेवा पदक और 10 विशिष्ट सेवा पदक प्रदान किए गए। जनरल ऑफिसर ने प्रतिकूल इलाके और चुनौतीपूर्ण सुरक्षा स्थिति के तहत उत्तरी थिएटर में तैनात होने के दौरान संचालन, रखरखाव और संचार में उनके असाधारण व्यावसायिकता और अद्वितीय उपलब्धियों के लिए इकाइयों को जीओसी-इन-सी यूनिट प्रशंसा भी प्रदान की।
समारोह को संबोधित करते हुए जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिन्द्र कुमार ने वीरता और विशिष्ट सेवाओं के लिए पदक विजेताओं तथा सामूहिक असाधारण प्रदर्शन के लिए इकाइयों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पदक विजेताओं के प्रयासों और उनके योगदान ने उत्तरी सेना को मजबूत बनाया है। जीओसी-इन-सी ने वीर नारियों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उन्हें समाज में उनके पुनर्वास में सहायता के लिए सेना की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। जीओसी-इन-सी ने विजेताओं के परिवार के सदस्यों को बधाई देते हुए सभी को हमेशा सतर्कता के साथ सुरक्षा चुनौतियों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।
पुरस्कार पाने वालों में असाधारण साहस, वीरता और बलिदान का प्रदर्शन करने वाले अधिकारी, जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) और जवान शामिल थे। लद्दाख स्काउट्स के मेजर प्रसून पांडे ने बहादुरी और निस्वार्थता के उच्चतम मानकों का प्रदर्शन करते हुए, संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के दौरान हमले के तहत एक चिकित्सा निकासी टीम को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी थी।
इसी तरह मद्रास रेजिमेंट के मेजर लालडिंगनघेटा ने गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद नेतृत्व और सूझबूझ का प्रदर्शन किया, जिससे घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया। इसी तरह कोर ऑफ इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल इंजीनियर्स (ईएमई) के एक अधिकारी कैप्टन रोहन रवीन्द्र हनागी ने सियाचिन ग्लेशियर में अत्यधिक प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए बहादुरी का प्रदर्शन किया, जिसके कारण उन्हें सुरक्षित निकाला गया।
इसी तरह, राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही ताराचंद रणवा ने जम्मू-कश्मीर में एक आतंकवादी से गहन गोलीबारी की और राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही मुत्तु सप्पुरी ने जम्मू-कश्मीर के एक गांव में फिर से एक आतंकवादी को बहुत करीब से मार गिराने में त्वरित सोच और साहस का प्रदर्शन किया। इन दोनों सिपाहियों को उनके साहसी कार्यों के लिए वीरता के लिए सेना पदक से सम्मानित किया गया। इसी तरह असम रेजिमेंट के नायक लालहमंगईसंगा चिनजाह ने अपने गंभीर रूप से बीमार पोस्ट कमांडर को बचाने के लिए चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सौहार्द का परिचय दिया था।
उल्लेखनीय है कि उत्तरी कमान अलंकरण समारोह देश की उत्तरी सीमाओं की सुरक्षा में सैनिकों की वीरता और बलिदान की याद दिलाता है। इस कमान की स्थापना, दिसम्बर 1971 के भारत-पाक युद्ध से जुड़ी हुई है। उत्तरी कमान अपने लोकाचार ‘ऑलवेज इन कॉम्बैट’ के साथ, भारतीय सेना की सबसे सक्रिय कमान है।
पुरस्कार विजेताओं की सूची
युद्ध सेवा पदक : ब्रिगेडियर बनित सिंह नेगी एवं कर्नल मनीष रमेश लांजेकर
सेना पदक (वीरता) : लेफ्टिनेंट कर्नल नागेंद्र कुमार सारस्वत, लेफ्टिनेंट कर्नल मुतुम अजॉय माईते, मेजर रोहित जोशी, लेफ्टिनेंट कर्नल रॉबिन देव आनंद, मेजर सचिन कुमार, प्रमुख प्रसून पांडे, मेजर गगनदीप सिंह, मेजर सौरव सिंह, मेजर गीतांश अहलूवालिया, मेजर अनिल कुमार, मेजर आनंद गौरव, मेजर लालडिंगघेटा, मेजर अमित शर्मा, कैप्टन राजेश सिंह, कैप्टन रोहन रवीन्द्र हानाजी, सूबेदार नरेश कुमार, नायब सूबेदार भोज राज थापा, हवलदार शबीर अहमद शेख, हवलदार वीरभद्रप्पा निंगानुर, नायक पद्मा रिग्ज़ेन, नायक लल्हमंगइहसंगा चिन्ज़ाह, नायक सुभाष चंद्र वर्मा, नायक मुश्ताक अहमद भट्ट, नायक एल मशीनी, नायक सोनू प्रताप सिंह, हवलदार मोहम्मद इकबाल खान, लांस नायक हरीश चंद्र नैन, सिपाही मोहम्मद मकबूल सोफ़ी, सिपाही अब्दुल कुदुस, सिपाही चेतन कलप्पा सारापुरे, ग्रेनेडियर गोविंद, राइफलमैन धीरेंद्र सिंह धामी, सिपाही अशोक, बीपोय मुत्तु सप्पुरी, सिपाही राकी सेंगर, सेरॉय मोहित कुमार, सिपाही तारा चंद रनवा और सिपाही विकास
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विशिष्ट सेवा पदक
मेजर जनरल बिमल मोंगा, मेजर जनरल मनीष गुप्ता, ब्रिगेडियर रमेश कृष्ण, ब्रिगेडियर शैलेन्द्र बिष्ठ, मेजर जनरल पंकज पचनंदा, मेजर जनरल सीबीके बनर्जी, ब्रिगेडियर पृथ्वी राज चौहान, ब्रिगेडियर करुण, ब्रिगेडियर जयदेव सिंह असवाल, कर्नल प्रदीप सेमवाल, कर्नल नितिन अग्निहोत्री, कर्नल राजेंद्र सिंह काराकोटी, कर्नल सूरज सिंह चिलवाल एवं
लेफ्टिनेंट कर्नल ऋचा दत्त। इसी तरह जीवन रक्षा पदक अब्दुल हामिद को प्रदान किया गया।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी