लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर अनिल मिश्रा (प्रमुख, रसायन विज्ञान विभाग) के नेतृत्व में और प्रोफेसर मधुरिमा लाल (निदेशक, संस्कृतिकी, रसायन विज्ञान विभाग) के मार्गदर्शन में डॉ विक्रम साराभाई के जन्मदिन शताब्दी समारोह की निरंतरता में भारतीय अंतरिक्ष सप्ताह मनाया।
आज के इस कार्यक्रम में रजिस्ट्रार डॉ विनोद कुमार सिंह ने भाग लिया और दर्शकों को डॉ साराभाई की उपलब्धियों से अवगत कराया।
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पीएचडी में से एक छात्र प्रखर मिश्रा ने डॉ विक्रम साराभाई की संक्षिप्त जीवनी पर विचार-विमर्श करके डॉ साराभाई के जीवन और उपलब्धियों के बारे में एक संक्षिप्त प्रस्तुति भी प्रस्तुत की और बताया कि कैसे उनके कुशल नेतृत्व में भारत ने अंतरिक्ष अनुसंधान में नई ऊंचाइयां हासिल कीं।
उन्होंने भौतिकी के कुछ दिलचस्प पहलुओं के बारे में भी बात की जैसे-समय बनाम स्थान, क्षमता बनाम स्थान, लीवे बनाम स्पेस, ब्रह्मांड बनाम अंतरिक्ष, सरणी बनाम स्थान। रसायन विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रोफेसर अनिल मिश्रा ने इस अवसर की शोभा बढ़ाने के लिए सभी दर्शकों को धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में सभी पीएचडी उपस्थित थे। रसायन विज्ञान विभाग के विद्वान और संकाय सदस्य उपस्थित थे।