Breaking News

Maha Kumbh : संगम नगरी में उमड़ा श्रद्धालुओं का रेला, पैर रखने की जगह नहीं, सभी मार्गों पर भीषण जाम

Prayagraj। महाकुंभ (Maha Kumbh) का मैला अंतिम चरण में पहुँच चुका है। कुंभ स्नान संपन्न होने में 3 दिन शेष हैं। संगम तट (Banks of Sangam) पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ नजर आ आ रही है। प्रयागराज (Prayagraj) आने वाले सभी मार्गों पर कई कई किलोमीटर जाम लगा है। ट्रेने भी फूल हैं। तमाम परेशानियों के बावजूद हर कोई संगम में डुबकी लगाने को बेताब है। यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) महाकुंभ को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए विशेष प्रबंध किये हुए है। मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) स्वयं महाकुंभ की व्यवस्था की लगातार निगरानी कर रहे हैं और बार बार संगम पहुँच रहे हैं। रविवार को शाम तक एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु स्नान कर चुके थे।

देश-दुनिया के हर कोने से श्रद्धालुओं का प्रवाह प्रयागराज संगम की ओर जारी है। श्रद्धालुओं की अपार भीड़ के चलते प्रयागराज-लखनऊ मार्ग पर मलाक हरहर चौराहा तक भीषण जाम है। अयोध्या प्रयागराज मार्ग पर सोरांव से ही जाम के हालात है। इसी तरह वाराणसी-प्रयागराज मार्ग पर भी जाम लगा है। मिर्जापुर- प्रयागराज मार्ग पर भी भीषण जाम है।

इसी तरह के हालात कानपुर-प्रयागराज हाईवे का है। महाकुंभ के लिए रेलवे महकमा अभी मुस्तैदी से जुटा है। कुंभ के लिए बड़ी तादाद में स्पेशल ट्रेनें चलाई गयी हैं। भीड़ के मद्देनजर बाहर से आने वाली ट्रेनों को प्रयागराज के एंट्री पॉइंट्स पर रोक दिया गया है। प्रयागराज में इस समय सात इंट्री प्वाइंट हैं। सभी एंट्री पॉइंट्स पर ट्रैफिक संभालने के लिए एक-एक आईजी तैनात किए गए हैं।

महाकुंभ के अंतिम स्नान अर्थात शिवरात्रि से पहले अनुमान से कहीं ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुँचने से पूरा शहर जाम की चपेट में हैं। शहर के अधिकांश चौराहों पर भीवाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। फाफामऊ, झूंसी, नैनी, धूमनगंज, कीडगंज, आलोपीबाग और दारागंज में चौराहों के अलावा गलियों में भी जाम लगा है। एयर पोर्ट के अंदर ज्यादा भीड़ होने की वजह से यात्रियों को बाहर पार्किंग की तरफ रोका गया है। प्रयागराज जंक्शन से संगम की ओर जाने वाले मार्ग पर श्राद्धालुओं की अपार भीड़ के चलते पैर रखने की जगह नहीं है। पैदल चलना भी मुश्किल है। श्रद्धालुओं को 10-12 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है।

हालांकि, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बड़ी तादाद में शटल बसें चलवाई हैं। इसके अलावा ई-रिक्शा, ऑटो और ठेले भी चल रहे हैं। लेकिन श्रद्धालुओं के रेल के अपार भीड़ के आगे सारी व्यवस्थाएं बौनी साबित हो रही हैं। एक अनुमान के अनुसार मकर संक्रांति से अब तक दुनिया के आधे सनातनी लोग संगम में स्नान कर चुके हैं। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर यह संख्या 65 करोड़ पार कर जाएगी।

About reporter

Check Also

मानवता रामत्व को प्राप्त हो- प्रो श्याम बिहारी अग्रवाल 

अयोध्या,(जय प्रकाश सिंह)। डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय (Dr Ram Manohar Lohia Avadh University) के ...