अयोध्या,(जय प्रकाश सिंह)। डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय (Dr Ram Manohar Lohia Avadh University) के पीएम उषा साफ्ट काॅम्पोनेण्ट योजना के अंतर्गत ललित कला विभाग में पांच दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। समापन सत्र के मुख्य अतिथि कला परखी एवं मर्मज्ञ पद्मश्री प्रो श्याम बिहारी अग्रवाल (Prof. Shyam Bihari Aggarwal), पूर्व विभागाध्यक्ष ललित कला विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रयागराज रहे।
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उन्होंने प्रतिभागियों को भारतीय समकालीन चित्रकला कला मे वाश तकनीकी से परिचित कराया। कहा कि अवधी पेंटिंग में श्रीराम के विभिन्न स्वरूपों को धरातल पर चित्रण किया जाए। अयोध्या एक आध्यात्मिक नगरी है।
अध्यात्म की अद्वितीय सौंदर्य को कलाकार अपनी कृतियों के माध्यम से उकेरे जिससे मानवता रामत्व को प्राप्त हो। कार्यशाला में प्रो अग्रवाल ने विभागीय गतिविधियों के लिए कुलपति के प्रति आभार व्यक्त की। कहा कि अयोध्या की आने वाली पीढ़ी नये आयाम को जोड़ते हुए कला संस्कृति का निर्वाह करेंगे।
कार्यशाला एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ की फाइन आर्ट्स विभाग की निदेशक प्रो पूजा वर्मा (Prof. Pooja Verma) ने छात्र-छात्राओं को अवधी कला के विभिन्न विधाओं से अवगत कराया। कहा कि प्रतिभागियों ने बहुत ही अच्छे तरीके से कलाकृतियों को उकेरा है। ऐसे अवसर कॅरियर में सफलता दिलायेंगे।
ललित कला के समन्वयक डॉ सुरेंद्र मिश्र (Dr Surendra Mishra) ने प्रतिभागियों एवं शिक्षिकाओं को प्रोत्साहित करते हुए कि निर्मित कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस कार्यशाला ने कला शिक्षा की उच्चतम परपाटी को परिलक्षित किया है।
कार्यशाला में कला एवं मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो आशुतोष सिंहा, प्रो मृदुला मिश्रा एवं अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यशाला में डॉ सरित द्विवेदी, सरिता सिंह, रीमा सिंह व अन्य महती भूमिका निभाई।