लखनऊ। सेंटर फॉर मेंस राइट प्रोटेक्टशन (पुरुष परिवार परामर्श केंद्र) लखनऊ एवं पुरुष आयोग समन्वय समिति नई दिल्ली के सह संयोजन में हुए कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 2.5 किलोमीटर लंबा हस्ताक्षर बेनर रहा, जो “लिम्का बुक ऑफ इंडिया रिकॉर्ड” 2020 में दर्ज होने जा रहा है। लिंग भेद से भरे पारिवारिक कानूनों में संशोधन एवं भारतीय पुरुष एवं उनके परिवारों की समाज में महिला कानूनों के दुरुपयोग से उपजी सामाजिक असुरक्षा से रक्षा के लिए पुरुष आयोग के गठन की अति आवश्यकता की मांग करते हुए तथा आम जनता को जागरूक करने के इस अनूठे हस्ताक्षर अभियान के प्रणेता झारखंड के पूर्व सैन्य अधिकारी रामनाथ दास जी गांधीजी के वेश में पूरे देश का भ्रमण कर रहे हैं।
गांधी प्रतिमा पर चरखा चलाते हुए 68 वर्षीय बुजुर्ग रामनाथ दास गांधी ने कहा कि अहिंसा के इस देश मे आज सबसे बड़ी समस्या परिवारों के टूटने व बिखरने की है। यदि हम आज नहीं चेते तो भारत में परिवार संस्था एवं विवाह संस्कार लुप्त हो जाएंगे। देश मे पुरुषों की बढ़ती आत्महत्या की दर इस ओर संकेत करती है।
लखनऊ स्थित मेंस राइट प्रोटेक्टशन सेंटर की संरक्षक उर्मिला यादव एवं अध्यक्ष सचिन उपाध्याय ने रामनाथ दास गांधीजी व भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आये सहयोगी सदस्यों का स्वागत किया।
हस्ताक्षर कार्यक्रम में लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, हरिओम सेवा केंद्र के संस्थापक 88 वर्षीय चंद्र किशोर रस्तोगी, गोल्डन एज ग्रुप के वरिष्ठ सदस्य अपना आशीर्वाद देने पहुंचे। केंद्र की संस्थापक गाइड समाज कल्याण संस्थान के सहयोगी सदस्यों के साथ हस्ताक्षर अभियान में भाग लेने सांताक्लाज के वेश में पहुंची डॉ. इंदु सुभाष ने बुजुर्गों के सम्मान व अधिकारों की रक्षा के लिए सांता क्लॉज की ओर से “लैंगिक समानता की बहे बयार व परिवारों में बढ़े आपसी प्यार” का संदेश के साथ हस्ताक्षर अभियान को अपना समर्थन दिया।