लखनऊ। सभ्यता के शहर लखनऊ में ज्ञान और साहित्य के केंद्र मदरसा आलिया इरफानिया (Madrasa Alia Irfania) का 47वां भव्य वार्षिक जलसा पूरे धूमधाम के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में दो सत्र शामिल थे। पहले सत्र की अध्यक्षता मदरसा आलिया इरफानिया के वरिष्ठ शिक्षक कारी निसार अहमद ने की।
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इस मदरसे के शिक्षक कारी साजिद हुसैन द्वारा पवित्र कुरान की तिलावत से जलसे की शुरुआत हुई, जिसके बाद मुहम्मद मासूम और उनके साथी छात्रों ने शानदार तरीके से मदरसा गान पेश किया। गान के बाद किरात विभाग शिक्षक कारी अफरोज आलम, कारी अजहरुल इस्लाम, कारी इमरान अहमद रहमानी, कारी हारून तजवीदी और कारी निसार अहमद ने तिलावत कलम पाक से सभी लोगों का दिल जीत लिया।
दूसरा सत्र इशा की नमाज के बाद कारी इम्तियाज अहमद की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, जिसमें अपने-अपने कक्षा में विशिष्ट अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को पुरस्कार प्रदान किए गए तथा शहर के प्रख्यात विद्वानों एवं गणमान्य व्यक्तियों के हाथों से 147 क़ारी एवं हुफाजों को दस्तार पहनाया गया।प्रिंसिपल द्वारा सभी फारेगीन को पदक, एक जोड़ी कपड़े, एक कैरी बैग और विशेष पुरस्कार प्रदान किए गए।
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वहीं, तौसीफ बेग बहराइच यूपी, मुहम्मद शाकिर नेपाल, फरदीन बेगो सराय बिहार, मुहम्मद अहमद लखीमपुर यूपी को एक बैठक में पूरी कुरान सुनाने के लिए पांच हजार रुपये नकद और मुश्ताक अहमद प्रतापगढ़ी हाफिज पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी तरह, हिफ्ज विभाग के शिक्षक कारी शम्श-उल-आरिफीन साहब, कारी मुहम्मद यूनुस साहब को उनकी बहुमूल्य सेवाओं के लिए कारी मुश्ताक अहमद प्रतापगढ़ी शैक्षिक पुरस्कार और 10 हजार रुपये नकद से सम्मानित किया गया।
अरबी अनुभाग में, शफीकुर-उर-रहमान, ने (90%) प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया, किरात-ए-सबा में मुहम्मद तौफीक अजहर हरदोई, उत्तर प्रदेश ने 80% प्राप्त करके प्रथम स्थान प्राप्त किया, और किरात-ए-हफ्स में, अहमद हुसैन, नोगांव, असम ने 72% प्रथम स्थान प्राप्त किया। इन सभी को कारी मुश्ताक अहमद प्रताप गढ़ी पुरस्कार के साथ-साथ 1,000 रुपये नकद, एक जोड़ी कपड़े, एक कैरी बैग और अन्य पुरस्कार प्रदान किए गए।
इस बैठक में विशेष रूप से मौलाना जहांगीर आलम कासमी, मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली, मौलाना अब्दुल अली फारूकी, डॉ सुल्तान शाकिर हाशमी, शकील नदवी, अज़ीज़ सिद्दीकी, अब्दुल वहीद, मौलाना सलीमुल्लाह नदवी, मौलाना जकी नूर नदवी, मौलाना ओबैदुर्रहमान नदवी, हाफिज मकसूद आलम, इंतखाब जिलानी, मौलाना मुश्ताक नदवी,नजम अहसन, मौलाना सुफियान निजामी नदवी, शहाबुद्दीन कुरैशी, इमरान कुरैशी, वफ़ा अब्बास, मौलाना नियाज अहमद नदवी, मौलाना मेहदी हसन खान नदवी, मौलाना अब्दुल्ला बुखारी, मौलाना यासिर फारूकी, सैय्यद गुलाम हुसैन, शबाब नूर,शहर के सम्मानित शिक्षकगण और छात्र उपस्थित थे। जलसे का समापन कारी निसार अहमद की दुआ से हुआ। इस मदरसे के शिक्षक मौलाना अजहरुल इस्लाम नदवी ने निज़ामत का कार्यभार संभाला।