पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की बेटी व पीएमएल-एन की नेता मरियम नवाज के विरूद्ध एनएबी ने फिर जाँच प्रारम्भ की है। पाक की करप्शन रोधी एजेंसी द्वारा अवेनफील्ड करप्शन मुद्दे में जाली ट्रस्ट डीड का उपयोग करने को लेकर उनके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग इस्लामाबाद जवाबदेही न्यायालय द्वारा ठुकराए जाने के बाद यह जाँच प्रारम्भ की गई है। नेशनल अकाउंटैबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) ने मेसर्स चौधरी शुगर मिल्स लिमिटेड के स्वामित्व को लेकर मरियम नवाज, उनके पिता, पाक मुस्लिम लीग (नवाज) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ, उनके चचेरे भाई हमजा शहबाज व युसुफ अब्बास और अन्य के विरूद्ध जाँच प्रारम्भ की है। अखबार डॉन की शनिवार की रिपोर्ट के अनुसार, एनएबी को कथित तौर शरीफ परिवार द्वारा लाखों रुपये (पाकिस्तानी मुद्रा) के टेलीग्राफिक ट्रान्सफर का पता चला है जिसके अंतिम लाभ पाने वाले मरियम नवाज व चौधरी शुगर मिल्स के स्वामी रहे हैं। सूत्रों के हवाले से अखबार ने बताया, “ब्यूरो मरियम को बुलाने के बजाए उनको एक प्रश्नावली भेज सकता है। ” सूत्रों के अनुसार, आय से अधिक धन और धनशोधन के मुद्दे में शहबाज शरीफ व उनके बेटों के विरूद्ध जाँच के दौरान चौधरी शुगर मिल्स के मालिकों के विरूद्ध धनशोधन का सबूत मिला है।
उधर, लाहौर स्थित एनएबी ने इससे पहले एक दर्जन से अधिक वाणिज्यिक बैंकों को शहबाज शरीफ व उनके परिवार के 150 से अधिक खातों को सील करने के लिए लेटर लिखा।शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को पार्टी के प्रांतीय सांसदों की एक मीटिंग की अध्यक्षता की व विपक्ष के विरूद्ध इमरान खान सरकार की फासीवादी चालों से लड़ने का संकल्प लिया।