मेरठ। सबसे बड़े मोबाइल चोर गिरोह के सरगना शरद गोस्वामी ने लूट-चोरी की कमाई से एक करोड़ रुपये का सोना खरीद लिया। इस केस की जांच करते हुए एसआईटी उन लॉकर तक पहुंच गई है, जिनमें यह सोना रखा है। शरद के विभिन्न खातों में अब तक 84 लाख रुपये मिले हैं, जिन्हें फ्रीज करा दिया गया है।
मेरठ पुलिस ने एक अक्तूबर
मेरठ पुलिस ने एक अक्तूबर को मोबाइल चोरों के अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरोह सरगना शरद गोस्वामी है जो ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के माधवपुरम का रहने वाला है। खुलासा हुआ कि देश के विभिन्न राज्यों से लूट-चोरी हुए मोबाइलों को मेरठ से मुंबई के रास्ते नेपाल, बैंकाक, चीन आदि देशों में सप्लाई किया जाता था। अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क होने से इस केस की जांच आईपीएस धवल जायसवाल के नेतृत्व में एसआईटी कर रही है।
एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि लूट-चोरी के मोबाइलों से शरद ने करीब एक करोड़ रुपये का सोना खरीदा था। यह सोना फिलहाल कई बैंक लॉकर में रखा हुआ है। एसआईटी ने इन लॉकर को तस्दीक कर लिया है। अब इस सोने की निकासी पर रोक लगाने की तैयारी की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि शरद गोस्वामी के कुल सात बैंक खाते मिले हैं। इनमें 84 लाख रुपया मौजूद पाया गया। पुलिस ने सभी खाते और रकम फ्रीज करा दी है।
पुलिस को शरद के खातों में 3.34 करोड़ रुपये की कुल ट्रांजेक्शन मिली थी। एनआरआई खातों से भी शरद के खातों में पैसा आने का खुलासा हुआ था। पुलिस की छानबीन में यह भी सामने आया है कि लूट-चोरी के मोबाइलों से आए पैसे से शरद गोस्वामी ने लाखों रुपये मूल्य के कई कंपनियों के शेयर खरीद रखे हैं।