प्याज की खुदरा कीमत80 रुपए प्रति किलो पहुंच गई. दिल्ली में 7 दिनमें रेट 45% बढ़ चुका है. 31 अक्टूबर को भाव 55 रुपए था. सप्लाई बाधित होने की वजह से दिल्ली-एनसीआर में पिछले एक महीने से कीमतें ऊंचे स्तरों पर बनी हुई हैं. मौजूदा रेट एक वर्ष पहले की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा हो गया है. पिछले वर्ष नवंबर में प्याज का भाव 30-35 रुपए प्रति किलो था.
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- उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के ऑफिसर का बोलना है कि अगले कुछ दिनों में रेट कम होने की उम्मीद है, क्योंकि महाराष्ट्र, राजस्थान व कर्नाटक में नयी फसल की आवक प्रारम्भ हो चुकी है. दिल्ली में बफर स्टॉक से प्याज की उपलब्धता बढ़ाई जा रही है. मदर डेयरी के पास आउटलेट पर 24.90 रुपए के रेट पर प्याज बेचा जा रहा है.
- हालांकि, कुछ आउटलेट्स पर प्याज का स्टॉक समाप्त होने की शिकायतें भी मिल रही हैं. जंगपुरा एक्सटेंशन आउटलेट पर एक महिला ने बताया कि प्याज खरीदने के लिए उसने 2 घंटे लाइन में लगकर इंतजार किया, लेकिन उसकी बारी आई तो स्टॉक समाप्त हो गया.
- केंद्र सरकार प्याज की कीमतों को काबू में रखने के लिए लगातार कोशिश कर रही है. इसके लिए अफगानिस्तान, इजिप्ट, तुर्की, व ईरान से व्यक्तिगत आयात को सरल बनाने का निर्णय लिया गया है. कारोबारियों ने सरकार को बताया है कि आयातित प्याज के 80 कंटेनर भारतीय बंदरगाहों पर पहुंच चुके हैं.