करतारपुर कॉरीडोर के उद्घाटन समारोह की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के सिख श्रद्धालुओं में उत्साह है। इसी बीच पाक सेना के एक बयान ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की जहां किरकिरी की है वहीं भारत से जाने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए परेशानी बढ़ा दी है।
परेशानी ये है कि आज पाक सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि अब सिख तीर्थयात्रियों को करतारपुर कॉरिडोर का प्रयोग करने के लिए भारतीय पासपोर्ट की आवश्यकता होगी। गफूर ने कहा कि सुरक्षा कारणों से, प्रवेश पासपोर्ट आधारित पहचान पर मिली अनुमति के तहत कानूनी तरीके से दिया जाएगा। कुछ ही दिन पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने घोषणा की थी कि भारतीय श्रद्धालुओं को पवित्र गुरुद्वारा दरबार साहिब आने के लिए महज एक वैध पहचान-पत्र की जरूरत होगी।
उधर, करतारपुर कॉरिडोर पर पाकिस्तान के बदलते रवैये को देखते हुए भारतीय सुरक्षा एजेंसी ने साफ किया है कि हमारी सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से चौकस हैं। पाकिस्तान का लक्ष्य अलगाववाद को बढ़ावा देना है। बता दें कि पाकिस्तान ने विशिष्ट लोगों के लिए इंतजामों और जरूरी चीजों के बारे में अवगत कराने के लिए अग्रिम टीम भेजने के भारत के अनुरोध पर अब तक जवाब नहीं दिया है।