हमारे चेहरे की खूबसूरती में आइब्रो बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और इस काम में सबसे ज्यादा मदद करती है थ्रेडिंग। इसके अलावा आइब्रो को सही शेप देने के लिए प्लकिंग, वैक्सिंग और माइक्रोब्लेडिंग आदि भी की जा सकती है। थ्रेडिंग में दर्द जरूर होता है लेकिन ये बाकी तरीकों से किफायती और आसानी से उपलब्ध विकल्प हैं। कुछ लोगों को थ्रेडिंग करवाने के बाद दाने या रैशेज हो जाते हैं। ऐसे में आइब्रो की ग्रूमिंग बहुत जरूरी है। आज हम आपको कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको आइब्रो बनवाने के बाद त्वचा पर होने वाली समस्याओं से छुटकारा दिलाएंगी।थ्रेडिंग के बाद त्वचा पर जलन और दर्द क्यों होता है थ्रैडिंग के दौरान और बाद में दर्द होने के कुछ कारण हो सकते हैं, जैसे कि सेंसेटिव स्किन वालों को आइब्रो बनवाने के बाद दर्द और जलन हो सकती है।
अगर गलत तरह से थ्रेडिंग का धागा लग भी जाए तो ही इनकी स्किन लाल पड़ जाती है।थ्रेडिंग के दौरान दर्द और जलन का एक कारण रूखी त्वचा भी है। इस तरह की स्किन पर धागा लगने से लालपन और दाने आ सकते हैं।ऑयली त्वचा पर सबसे ज्यादा प्रॉब्लम होती है। इस पर हेयर रिमूवल करना और भी ज्यादा मुश्किल हो जाता है क्योंकि ऑयली स्किन पर छोटे-छोटे बालों को हटाना आसान बात नहीं है।अगर ब्यूटीशियन को ज्यादा अनुभव नहीं होगा तो भी आपको थ्रेडिंग के दौरान ज्यादा दर्द हो सकता है।एलोवेरा में त्वचा को ठंडक देने वाले अद्भुत गुण होते हैं। ये स्किन के लालपन, खुजली और दानों को ठीक करता है। थ्रैडिंग के एकदम बाद एलोवेरा लगाएं।
खीरे की दो स्लाइस लें और आइब्रो के ऊपर रख दें। इससे थ्रेडिंग के दौरान लगे कट पर ज्यादा आराम मिलता है। खीरे में दर्द निवारक और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो दर्द को कम कर त्वचा को ठीक करने में मदद करते हैं।चूंकि, थ्रेडिंग में बालों को जड़ से निकाला जाता है इसलिए त्वचा के रोमछिद्र खुल जाते हैं। इसलिए आपको इन रोमछिद्रों को बंद करने के लिए बर्फ की ठंडक का इस्तेमाल करना चाहिए। आइब्रो पर बर्फ लगाएं। इससे सूजन और खुजली कम होगी।ठंडे दूध में रूई का फाहा डुबोएं और प्रभावित हिस्से पर लगाएं। दूध में ऐसे प्रोटीन होते हैं तो त्वचा को ठीक करते हैं।ठंडे टी बैग भी आइब्रो को आराम देने में असरकारी होते हैं। थ्रेडिंग के बाद लाल और सूजी हुई त्वचा पर टी बैग लगाएं।थ्रेडिंग के तुरंत बाद धूप में ना जाएं। थ्रेडिंग के बाद फेशियल या ब्लीच ना करवाएं। गर्म चीज के संपर्क में ना आएं और भाप ना लें।