ऊंचाहार। स्कार्पियो सवार सशस्त्र बदमाशो द्वारा ट्रक चालक से 80 हजार की लूट और मारपीट व तोडफोड जैसे जघन्य अपराध मे भी पुलिस ने तहरीर बदलवा दी है। ट्रक चालक के बयान का वीडियो सोसला मीडिया पर वायरल हो रहा था, लेकिन पुलिस मामले को दफन करने मे कामयाब हो गयी है।
ज्ञात हो कि गुरुवार कि रात करीब 11 बजे कोलकाता जा रहे एक ट्रक को नगर सीमा के अंदर स्कार्पियो सवार सशस्त्र बदमाशो ने रोककर चालक शिव बोध सिंह निवासी कुरेहार माजरे सेमरपहा थाना कोतवाली लालगंज से 80 हजार रुपये लूट लिए थे। चालक के साथ जमकर मारपीट की गयी थी और ट्रक मे तोडफोड भी की गयी थी।
इस घटना के दौरान स्कार्पियो का नंबर क्लीनर ने नोट कर लिया था। शुक्रवार की सुबह ट्रक चालक ने कोतवाली मे तहरीर दी। लेकिन उसकी प्राथमिकी नहीं दर्ज की गयी थी। यही नहीं ट्रक चालक के साथ हुई घटना चालक की जुबानी एक वीडियो क्लिप सोसल मीडिया पर वायरल हुई थी। इसके बावजूद शुक्रवार देर शाम तक मामले मे पुलिस ने ट्रक चालक पर दबाव बना दिया। और पूरे मामले मे केवल मारपीट की प्राथमिकी अज्ञात लोगो के विरुद्ध दर्ज की गयी है।
इतनी बड़ी सनसनीखेज वारदात को मारपीट मे बदलने के पीछे पुलिस पर राजनैतिक दबाव को कारण माना जा रहा है। अब पुलिस तहरीर को ही ढाल बनाकर अपना बचाव कर रही है। कोतवाल का कहना है कि ट्रक चालक ने जो तहरीर दी है, उसी आधार पर मामला दर्ज किया गया है। यही नहीं सीएचसी मे भी ट्रक चालक के साथ बड़ा खेल हुआ है। गुरुवार कि रात मे जब घायल अवस्था मे ट्रक चालक को सीएचसी लाया गया था , तब आपातकालीन रजिस्टर मे उसके घायल हजोने के कारण मे सड़क दुर्घटना दर्शाया गया है। यहाँ पर उल्लेखनीय बात यह है कि जब अस्पताल के रजिस्टर मे ट्रक चालक दुर्घटना मे घायल हुआ है तो फिर कोतवाली पुलिस ने मारपीट कि प्राथमिकी क्यो दर्ज की? यदि मारपीट हुई है तो अस्पताल मे उसे दुर्घटना क्यो दर्शाया गया है? इससे स्पष्ट होता है कि लुटेरो के साथ किस तरह से सरकारी महकमा खड़ा है।
रिपोर्ट-रत्नेश मिश्रा