कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने को कहा कि वह कच्चे माल की बढ़ती लागत से निपटने के लिये जनवरी से अपने वाहनों के दाम बढ़ाएगी। अन्य कार विनिर्माता टोयोटा, महिंद्रा एंड महिंद्रा और मर्सिडीज बेंज ने भी कहा कि वे भी अपने वाहनों के दाम बढ़ाने पर विचार कर रही हैं। हालांकि, हुंदै मोटर इंडिया और होंडा कार्स इंडिया ने कहा कि वे जनवरी में अपने वाहनों के दाम नहीं बढ़ाएंगी। लेकिन जब उनके भारत चरण-6 मानकों को पूरा करने वाले वाहन आएंगे, तब कीमतें बढ़ेंगी। दाम बढ़ाने की दिशा में पहल करते हुए मारुति सुजुकी इंडिया ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा है कि विभिन्न कच्चे माल यानी कल-पुर्जों की लागत बढ़ने के कारण कंपनी के वाहनों की लागत पर असर पड़ा है। कंपनी के अनुसार, ‘‘इसीलिए यह जरूरी है कि कंपनी अतिरिक्त लागत का कुछ हिस्सा ग्राहकों पर डाले। इसके लिये विभिन्न मॉडल के दाम बढ़ाये जाएंगे।’’
मारुति सुजुकी के अनुसार विभिन्न मॉडलों के लिये कीमत वृद्धि अलग-अलग होगी। फिलहाल, कंपनी शुरूआती स्तर की आल्टो से लेकरी महंगी एक्सएल6 बेचती है। जहां अल्टो की कीमत 2.89 लाख रुपये है वहीं एक्सएल6 का दाम 11.47 लाख रुपये (दिल्ली में एक्स-शोरूम) है। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के उप-प्रबंध निदेशक एन राजा ने भी कहा कि कंपनी कच्चे माल की बढ़ी हुई लागत से निपटने पर काम कर रही है। इस बढ़ी हुई लागत का भार ग्राहकों पर भी डाला जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम जनवरी से कीमत वृद्धि पर चर्चा कर रहे हैं। हम मॉडल वर्ष के साथ कीमतों की समीक्षा करेंगे और कीमत वृद्धि पर गौर करेंगे।’’ महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भी कहा कि वह वाहनों की कीमतों की समीक्षा कर रही है। कंपनी प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम जनवरी के दौरान कीमत वृद्धि की समीक्षा कर रहे हैं। हालांकि अंतिम निर्णय इस महीने के अंत तक किया जाएगा।’’
लग्जरी कार बनाने वाली जर्मनी की कंपनी मर्सिडीज बेंज भी कंपनी कीमत वृद्धि पर विचार कर रही है। वहीं दूसरी तरफ हुंदै मोटर इंडिया लि. के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी की फिलहाल जनवरी में कीमत वृद्धि की कोई योजना नहीं है। इसी प्रकार होंडा कार्स इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और निदेशक (विपणन और बिक्री) राजेश गोयल ने कहा, ‘‘हमारी जनवरी से कीमत वृद्धि की कोई योजना नहीं है। आने वाले समय में हम बीएस-6 मानकों वाला वाहन पेश करेंगे। उस पर उपयुक्त कीमतें लागू होंगी…।’