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उत्तर कोरिया ने अमेरिका को दी ‘क्रिसमस गिफ्ट’ देने की धमकी, ट्रंप ने कहा :’ हम इससे निपट लेंगे’

अमेरिका और उत्तर कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष यूं तो शांति और सहमति की बात करते नजर आते हैं, लेकिन असल हकीकत कुछ और ही है। दोनों देशों में एक बार फिर ठन गई है। बीते दिनों उत्तर कोरिया ने अमेरिका को एक बार फिर धमकी दी है।. उत्तर कोरिया ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि वह अमेरिका को ‘क्रिसमस गिफ्ट’ देगा। इसके जवाब में अमेरिका ने कहा कि वह इस धमकी से सफलतापूर्वक निपट लेगा। अमेरिका को इस बात की चिंता है कि संभवतः उत्तरी कोरिया एक बार फिर कोई लॉन्ग रेंज की मिसाइल टेस्ट करने वाला हो।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘हम यह पता लगा लेंगे कि गिफ्ट क्या है और हम इससे सफलतापूर्वक निपट लेंगे। ‘ ट्रंप ने कहा, ‘हम देखते हैं कि क्या होगा।’ बता दें कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने अमेरिका को साल2019 के अंत तक अपने देश के परमाणु शस्त्रागार पर बातचीत में नई रियायतों का प्रस्ताव देने और दो लंबे समय के बीच तनाव कम करने के बाद वाशिंगटन को संभावित ‘क्रिसमस उपहार’ के लिए चेतावनी दी थी. उत्तर कोरिया ने वॉशिंगटन पर आरोप लगाया कि वह अगले साल ट्रंप की फिर से चुनावी शुरुआत से पहले परमाणुकरण वार्ता से बाहर खींचने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से अमेरिका पर निर्भर है कि वह क्रिसमस का कैसा उपहार चाहता है।

दूसरी ओर उत्तर कोरिया की इस धमकी के जवाब में अमेरिका ने चार नजर रखने वाले विमान कोरियाई प्रायद्वीप भेजे हैं। जानकारी के मुताबिक आरसी-135डब्ल्यू रिवेट जॉइंट, ई-8सी, आरक्यू-4 ग्लोबल हॉक और आरसी-135एस कोब्रा बॉल्स नामक विमान अमेरिका ने भेजे हैं। बता दें कि उत्तर कोरिया ने कहा था कि अगर अमेरिका उसके साथ परमाणु वार्ता में रियायतें देने में विफल रहा तो वाशिंगटन को ‘क्रिसमस का उपहार’ दिया जाएगा। बता दें कि उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु हथियार कार्यक्रमों पर अमेरिका को अपना रुख बदलने के लिए एक साल का समय दिया है।

उत्तर कोरिया का मानना है कि अमेरिका इस समय को तेजी के साथ गंवा रहा है। दिसंबर की शुरुआत में उत्तर कोरिया ने चेताते हुए कहा कि वह अमेरिका को क्रिसमस गिफ्ट दे सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर कोरिया कोई मिसाइल परीक्षण कर सकता है। उत्तर कोरिया की इस चेतावनी को अमेरिका में गंभीरता से लिया गया है। अमेरिकी प्रशासन किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है। यहां तक कि अमेरिका ने अपने सहयोगी देशों जापान और कोरिया को भी अलर्ट पर रखा है। बता दें कि उत्तर कोरियाई धमकी के बीच मंगलवार को एक सम्मेलन में चीन ने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई-इन और जापानी पीएम शिंजो आबे की मेजबानी की थी।

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