विवादों से घिरे रह चुके सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के इशारे पर चंडीगढ़ के एक डॉक्टर से 50 लाख रुपये ऐंठने की कोशिश की गई। डॉक्टर की शिकायत के आधार पर अस्थाना, चंडीगढ़ के पूर्व डीजीपी तेजिंदर सिंह लूथरा, दिल्ली वापस जा चुके डीएसपी सतीश कुमार और इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं। इस मामले में सीबीआई ने खुद केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य सतर्कता अधिकारी यानी सलाहकार मनोज परिदा को लिखा है कि सारा मामला चंडीगढ़ का है। वहीं अधिकारियों ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया है। इसी कारण केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) के सतर्कता अधिकारी ही इस मामले की जांच करें।
डॉक्टर दीवान ने सीबीआई के विशेष निदेशक के खिलाफ सितंबर 2019 को शिकायत दी थी। सीबाआई जांच में सामने आया कि डॉक्टर ने कोई पैसा नहीं दिया है वह पुलिस के खिलाफ अदालत गए। शिकायत में इसी वजह से लग रहा है कि अपनी शक्तियों का गलत दुरुपयोग करके डॉक्टर को परेशान किया गया। इसीलिए शिकायत को चंडीगढ़ सतर्कता देखे।
चूंकि मामले में बड़े अधिकारियों के नाम आए हैं। इसी कारण सीधे सलाहकार मनोज परिदा को इसकी जांच करने के लिए कहा गया है। आदेश के बाद विजिलेंस ने जांच करनी शुरू कर दी है। पहले शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके बाद जिन अधिकारियों पर आरोप लगे हैं उन्हें जांच में शामिल होने के लिए बुलाया जाएगा।
यह मामला चंडीगढ़ के सेक्टर-21 निवासी डॉक्टर मोहित दीवान का है। उन्होंने आरोप लगाया है कि आईपीएस राकेश अस्थाना के इशारे पर तत्कालीन डीजीपी लूथरा ने उनसे 50 लाख रुपए उनकी विदेशी मरीज को दिलवाने चाहे। जिसके लिए डीएसपी सतीश कुमार और तत्कालीन एसएचओ अश्विनी कुमार ने हर तरह की कोशिश की। उन्हें काफी परेशान किया गया। कभी उनके घर पुलिस भेजी गई तो कभी उन्हें पुलिस मुख्यालय ले जाकर डीजीपी के कमरे में धमकी दी गई।
सीबीआई में नंबर दो के पद पर काबिज रह चुके पूर्व विशेष निदेशक का विवादों से नाता रहा है। पहले वह सीबीआई के पूर्व निदेशक आलोक कुमार के साथ तनातनी के कारण विवादों में रहे थे। इसके बाद सीबीआई ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की धाराओं में मामला दर्ज किया था। सरकार ने जब दोनों अधिकारियों का तबादला किया तब मामला कुछ शांत हुआ था।