चीन में फैले कोरोना वायरस को लेकर अब वहां का प्रशासन कड़े कदम उठाने में जुट गया है. आपको बता दें कि इस वायरस के वजह मौतों की संख्या में इज़ाफ़ा देखते हुए को वुहान सहित पांच शहरों को सील कर दिया। देशभर में इस विषाणु से 630 से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 17 लोगों की मौत हो चुकी है।
ज्ञात हो कि अभी तक जितनी भी मौतें हुईं हैं, वो वुहान और आसपास के इलाके में हुई है। मृतकों की औसत उम्र 73 साल है। मृतकों में सबसे उम्रदराज शख्स 89 साल का था, जबकि सबसे कम उम्र के लिहाज से 48 साल के व्यक्ति की मौत हुई। कुल मिलाकर देशभर में 631 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं देश में सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान के रेलवे स्टेशन पर पुलिस, स्वात टीम और अर्द्धसैन्य कर्मियों को तैनात किया गया है।
इसके साथ ही इन इलाकों में सुबह में अवरोधक लगाकर प्रवेश को बंद कर दिया गया। सड़कों, शॉपिंग मॉल, रेस्तरां और अन्य स्थानों पर आम तौर पर भीड़ रहती है, लेकिन 1.1 करोड़ आबादी वाले इस शहर में बिल्कुल सन्नाटा पसरा है। सारे सार्वजनिक स्थानों को बंद कर दिया गया है।
पास के हुगांग और एझाओ में भी यही स्थिति है। मनोरंजन केंद्र, सिनेमाघर, इंटरनेट कैफे और अन्य केंद्रों को भी बंद करने का आदेश दिया गया है। हुबेई प्रांत में वुहान और हुंगांग शहरों को बंद कर दिया गया है। इस प्रांत में कई भारतीय भी रहते हैं। ऐसे में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों की सहायता के लिए हॉटलाइन स्थापित की है।
भारतीय दूतावास ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि चीनी अधिकारियों ने प्रांत में रह रहे भारतीयों को खाद्य आपूर्ति सहित सभी सहयोग का आश्वासन दिया है। भारत के लिहाज से भी चिंता की वजह हैं क्योंकि करीब 700 भारतीय छात्र वुहान और आसपास के इलाके में रहते हैं। इन छात्रों में ज्यादातर चीनी विश्वविद्यालयों में चिकित्सा की पढ़ाई करते हैं।