सीएए विरोध के दौरान देश के टुकड़े-टुकड़े करने वाले बयान पर गिरफ्तार जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र शरजील इमाम ने पुलिस रिमांड में कई बड़े खुलासे किए हैं। क्राइम ब्रांच टीम से पूछताछ के दौरान शरजीन ने कबूल किया कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में देशद्रोही बयान वाला वीडियो उसकी ही है। वीडियो के साथ कोई भी छेड़छाड़ नहीं की गई है।
इसी के सीथ शरजील इमाम ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो उसका ही है लेकिन वो वीडियो पूरा नहीं है। उसने एक घंटे तर एएमयू में भाषण दिया था। तब उसी दौरान उसने जोश-जोश में असम को देश से अलग करने की बात कही। वहीं दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल का कहना है कि शरजील इमाम ने रणनीति बनाकर ही भड़काऊ भाषण दिया था।
देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किए गए शरजील इमाम को दिल्ली की एक अदालत ने बुधवार को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। शरजील की वकील मिशिका सिंह ने बताया कि उसे कड़ी सुरक्षा के बीच शाम में मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट पुरुषोत्तम पाठक के आवास पर उनके समक्ष पेश किया गया। वकील ने बताया कि पुलिस ने शरजील से पूछताछ के लिए छह दिनों की हिरासत मांगी थी। जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ में भड़काऊ बयान देने के आरोप में शरजील को मंगलवार को बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार किया गया था। उसे बुधवार को दिल्ली लाया गया।
वहीं, बुधवार को दिन में पटियाला हाउस अदालत परिसर में स्थिति तब तनावपूर्ण हो गई जब दिल्ली पुलिस ने बताया कि शरजील को वहां मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा। कुछ वकीलों ने शरजील के खिलाफ नारेबाजी की। कुछ वकील हाथों में पोस्टर लिए हुए थे, जिसमें शरजील को ‘देशद्रोही’ कहा गया। उन्होंने उसे फांसी देने की मांग की। एक वकील ने कहा, हम यहां उनके खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए हैं जो देश को तोड़ने की बात करते हैं। सभी वकील ऐसे देशद्रोहियों के खिलाफ एकजुट हैं। उसे जेल से बाहर रहने का हक नहीं है। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। अदालत परिसर के बाहर सीआरपीएफ कर्मियों समेत बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था।