औरैया/रुरुगंज। शारदीय नवरात्र के चौथे दिन दुर्गा पूजा पंडाल में स्थापित मां भगवती के दर्शन व झांकिया देखने के लिए उमड़ा आस्था का मेला। बिधूना क्षेत्र के कस्बा रुरुगंज में श्री नव दुर्गा पूजा महोत्सव समिति रुरुगंज के द्वारा पिछले 11वर्षों से प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्र में माँ आदिशक्ति की स्थापना की जाती है।
इस वर्ष भी समिति के तत्वाधान में माँ शेरावाली की प्रतिमा 26 सितंबर को स्थापित की गई थी तब से प्रतिदिन दोनो टाइम की आरती गाजे बाजे के साथ पूरा कस्बा मिल कर करता है। उसी क्रम में शुक्रवार की शाम को पहले माँ कुष्मांडा की आरती हुई जिसमे श्रद्धा और आस्था का मेला देखने को मिला और देखते ही देखते पूरा पंडाल खचाखच भर गया।
महाआरती के बाद हलुआ प्रसाद का वितरण हुआ और फिर झांकियों का दौर शुरू हुआ जिसमें राधा कृष्ण, सुदामा, नंदी महाराज, काली माता व शिव-पार्वती की आकर्षण झांकियां देखने को मिली। माँ गौरी के पंडाल में झांकी देखने के लिए आधी रात तक लोगों का सिलसिला चलता रहा और कस्बे में जय माता दी के जयकारे गूंजते रहते हैं। यहाँ के लोग पूरी श्रद्धा से प्रति वर्ष मां की पूजा व आरती करते हुए मन्नतें मांगते है, माता रानी उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी भी करती है।
ये रहे आकर्षक का केंद्र
माँ भगवती की महाआरती में वैसे तो चारो ओर आनंद ही आनंद की वर्षा होती रही मगर फिर भी झांकियों की प्रस्तुति ने सबका ध्यान आकर्षित किया। झांकी के दौरान मां काली द्वारा राक्षस का वध करना, बाबा भोलेनाथ का नंदी की सवारी करना, सुदामा जी का किरदार जिसने सबको खूब हंसाया गुदगुदाया मगर बच्चे सुदामा को देखकर खासे आनंदित दिखे, शिव का ताण्डव नृत्य एवं राधा कृष्ण की झांकी आदि आकर्षण का केंद्र रही।
लोग जो संध्या आरती में रहे मौजूद
शुक्रवार की शाम माता कुष्मांडा की आरती पंडित श्याम विहारी द्विवेदी ने वैदिक मंत्रों के साथ संपन्न कराई। आरती में भक्तों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया जिसमे डॉ. दयाराम राजपूत, श्याम बाबू दीक्षित, आशाराम राजपूत, उदयनारायण सविता, प्रधान पति सुनील गुप्ता, रमेश राठौर, भोले सक्सेना, अवधेश यादव, मुकेश गुप्ता, शीलू राजपूत, अवधेश गुप्ता, गौरव गुप्ता,
श्याम सुंदर, रविन्द्र राजपूत, प्रधान अलका गुप्ता, पुष्पा देवी, मंजू गुप्ता, पूर्व प्रधान कान्ती देवी, नीतू शुक्ला, शिवानी गुप्ता व प्रसाद बनाने वाली टीम से कल्लू वर्मा, गोयल सविता व गोविंद राजपूत, ठेकेदार आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन