अफगानिस्तान के नई दिल्ली स्थित दूतावास ने भारत में काम बंद करने की घोषणा के बाद से अब इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि यहां रहने वाले अफगानी नागरिकों और छात्रों का क्या होगा? इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भारत की स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने नई दिल्ली में अफगानी दूतावास के बंद होने की पुष्टि करते हुए कहा कि भारत सरकार अफगानी नागरिकों को हर तरह की मदद देना जारी रखेगी।
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अरिंदम बागची ने कहा कि सितंबर महीने के आखिर में नई दिल्ली में अफगानी दूतावास ने ऑपरेशन बंद करने की घोषणा की, लेकिन हम हर तरह से अफगानी नागरिकों को सहयोग दे रहे हैं और इसे आगे भी जारी रखेंगे। उन्होंने कहा हमें मालूम है कि भारत में अच्छी खासी संख्या में अफगानिस्तान के लोग रहते हैं, जिनमें छात्र भी हैं। भारत सरकार उन्हें काउंसलर मदद दे रही है और भविष्य में भी देती रहेगी।
आपको बता दें कि भारत सरकार से कथित तौर पर सहयोग नहीं मिलने का दावा कर दिल्ली स्थित अफगानी दूतावास ने 1 अक्टूबर से परिचालन बंद करने की घोषणा की थी। हालांकि दूतावास के राजदूत और अन्य डिप्लोमेट्स इस घोषणा से पहले ही भारत छोड़कर यूरोप और अमेरिका में शरण लेने चले गए थे। गौरतलब है कि दूतावास पहले से ही कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा था।
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अफगानिस्तान में तालिबान ने 2021 में तख्ता पलट कर शासन अपने हाथ में ले लिया था। भारत ने कभी भी तालिबान सरकार का समर्थन नहीं किया और वहां लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार के गठन की वकालत करता रहा है। हालांकि भारत ने अफगानिस्तान के वाणिज्यिक दूतावास को काम करने की अनुमति दे रखी थी।
इस बीच अफगानी दूतावास ने 1 अक्टूबर से नई दिल्ली में अपना ऑपरेशन बंद करने की घोषणा कर दी। इसके बाद से भारत में रह रहे अफगानी नागरिकों की चिंता बढ़ने लगी थी। माना जा रहा है कि उन्हें हर तरह के सहयोग की विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के आश्वासन के बाद उनकी चिंता कुछ कम होगी।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी