पाकिस्तान के पेशावर में 23 साल की पाबंदी के बाद प्रसिद्ध सुनहरी मस्जिद में महिलाएं फिर से नमाज अदा कर सकेंगी। मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई। की खबर के अनुसार मस्जिद प्रशासन द्वारा इस कदम का एलान करने के बाद करीब 20 महिलाओं ने जुम्मे की नमाज अदा की। महिलाओं के लिए मस्जिद के ऊपरी तल पर हॉल में जुम्मे की नमाज अदा करने की व्यवस्था की गयी है।
मस्जिद प्रशासन के बैनर पर ऐसा लिखा गया है। महिलाओं को ईद की नमाज की भी इजाजत होगी। मस्जिद के नायब इमाम मुहम्मद इस्माइल ने कहा कि 1996 तक महिलाओं को जुम्मे की नमाज पढ़ने की इजाजत थी लेकिन बढ़ते आतंकवाद के चलते उनके ऐसा करने पर रोक लगा दी गयी।
डॉन न्यूज ने इस्माइल के हवाले से कहा गया, ”अब हमने ऊपरी हिस्से को फिर खोल दिया है ताकि महिलाएं पुरूषों के साथ पृथक खंड में जुम्मे की नमाज अदा कर सकती है और खुतबा सुन सकती हैं।”
जुम्मे की नमाज अदा करने वाली कौशर शाह (45) ने कहा, ” मैं वाकई खुश हूं और यह वाकई एक अच्छा फैसला है। हमें आशा है कि मस्जिद प्रशासन महिलाओं को नियमित रूप से भी इजाजत देगा।”