उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव में करारी हार और राज्यसभा चुनावों में विधायकों की बगावती हरकतों ने BSP को परेशान कर रखा है. इसी कड़ी में बसपा सुप्रीमो मायावती ने सबसे पहले इन चुनावों से सीख लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली पर गाज गिराई. उनकी जगह भीम राजभर को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. अब बसपा में एक और बड़ा बदलाव हुआ है.
मंडलों में मुख्य सेक्टर प्रभारी और जिला प्रभारियों के दायित्वों में बदलाव किया गया है. इसमें लखनऊ मंडल, प्रयागराज मंडल, मिर्जापुर मंडल और मेरठ मंडल में दर्जनों बदलाव शामिल हैं. माना जा रहा है कि मंडलों में मुख्य सेक्टर प्रभारियों और जिला प्रभारियों के दायित्वों में बदलाव कर मायावती ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों का संदेश दे दिया है.
लखनऊ में भीमराव अंबेडकर को हटाकर प्रयागराज मंडल की जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही लखनऊ मंडल सेक्टर में मुख्य सेक्टर प्रभारी अशोक सिद्धार्थ, डॉ. रामकुमार कुरील, नौशाद अली, डॉ. विनोद भारती और विनय कश्यप को जिम्मेदारी दी गई है. रायबरेली में हरीश सैलानी, बीडी सुमन, विजय गौतम को ज़िम्मेदारी मिली है.
हरदोई में रणधीर बहादुर, मेवालाल वर्मा, राकेश कुमार गौतम को ज़िम्मेदारी दी गई है. लखीमपुर खीरी में उमाशंकर गौतम व अमरीश गौतम को ज़िम्मेदारी मिली है. सीतापुर में चंद्रिका प्रसाद गौतम, राममूर्ति मधुकर और सोवरन गौतम को ज़िम्मेदारी दी गई है. उन्नाव में डॉ. सुशील कुमार उर्फ मुन्ना व ओमप्रकाश गौतम को ज़िम्मेदारी मिली है.
प्रयागराज मंडल में भीमराव अंबेडकर, अशोक कुमार गौतम, अमरेंद्र बहादुर पासी, दीपचंद्र गौतम और डा. जगन्नाथ पाल को ज़िम्मेदारी दी गई है. वहीं मिर्जापुर मंडल में भीमराव अंबेडकर, अशोक कुमार गौतम, अमरेंद्र बहादुर पासी, गुड्डू राम, सुबोध राम को ज़िम्मेदारी मिली है. इसी तरह से मेरठ मंडल में अतर सिंह राव एमएलसी, प्रदीप जाटव एमएलसी, सतपाल सेतला, सोहन वीर जाटव को ज़िम्मेदारी दी गई है.