सेबी की अध्यक्ष माधबी बुच पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने शनिवार को नए आरोप लगाए हैं। कांग्रेस पार्टी के नेता जयराम रमेश ने दावा किया कि सेबी प्रमुख ने पद पर रहते हुए लिस्टेड कंपनियों में ट्रेडिंग की जो कि गलत है। इसके अलावा उन्होंने चाइनीज फंड्स में भी निवेश किया है। खासकर उस वक्त जब भारत चीन के साथ भू-राजनीतिक तनाव का सामना कर रहा है।
जयराम रमेश ने सेबी अध्यक्ष पर साधा निशाना
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने माधबी बुच के खिलाफ नए आरोपों की ओर इशारा करते हुए दावा किया कि उन्होंने पूर्णकालिक सदस्य के रूप में और बाद में सेबी अध्यक्ष के रूप में 36.9 करोड़ रुपये की लिस्टेड कंपनियों में ट्रेडिंग की है। कांग्रेस का ये हमला सेबी अध्यक्ष के उस बयान के एक दिन बाद आया है जिसमें माधबी बुच ने कहा था कि उन्होंने सभी जरूरी खुलासे कर दिए हैं और महिंद्रा समूह जैसी कंपनियों के साथ काम करने में दिशा-निर्देशों का पालन किया है, जिन्होंने उनके पति को नौकरी दी थी। इसके साथ ही उन्होंने अनियमितता के आरोपों को झूठा, दुर्भावनापूर्ण बताकर खारिज कर दिया था।
बुच दंपति ने जारी किया था साझा बयान
माधबी बुच और उनके पति धवल बुच ने एक संयुक्त बयान में कांग्रेस की तरफ से सेबी की पूर्णकालिक सदस्य होने के बावजूद अपने पिछले नियोक्ता आईसीआईसीआई बैंक से भुगतान प्राप्त करने के मुद्दे पर भी चर्चा की। बयान में कहा गया है कि माधबी बुच ने कभी भी अगोरा एडवाइजरी और अगोरा पार्टनर्स से जुड़ी किसी फाइल को नहीं देखा – ये वे सलाहकार कंपनियां हैं जिनमें उनकी 99 प्रतिशत हिस्सेदारी थी और 2017 में बाजार नियामक संस्था सेबी में शामिल होने के बाद भी वे आय हासिल करती रहीं।
कांग्रेस ने बुच पर लगाया नियमों के उल्लंघन का आरोप
इससे पहले कांग्रेस ने कहा है कि सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच ने नियमों का उल्लंघन कर सत्ता का दुरुपयोग किया है और निजी स्तर पर अनुचित लाभ कमाया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच ने सत्ता का दुरुपयोग कर निजी लाभ के लिए नियमों को तोड़ा है। उसकी परतें पिछले 2 सितंबर से लगातार उजागर की जानी शुरू की गई है कि कैसे उन्होंने देश के लोगों को धोखा दिया है।