लखनऊ। राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि अर्से बाद फाइव स्टार रथ से प्रदेश की सैर पर निकले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का आत्मविश्वास योगी सरकार का विकास देखकर हांफने लगा है। वह बौखला गए हैं। कब, कहां क्या बोल दें कोई ठिकाना नहीं। डेढ़ माह पहले आगामी विधानभा चुनावों में चार सौ सीटों पर जीत का दावा करने वाले अखिलेश अब सौ सीटें घटाकर तीन सौ तक के दावे पर आ गये हैं। रथ यात्रा से प्रदेश का विकास देखने के बाद तीन सौ का भ्रम भी टूट जाएगा और बाइस में बाइसिकिल को 22 सीटें भी मुश्किल से मिलेंगी।
सपा के जीत के दावे पर कटाक्ष करते हुए सिद्धार्थनाथ ने कहा कि कोरोना संकट और बाढ़ के दौरान जनता के बीच कहीं नजर न आने वाले अखिलेश यादव की विजय यात्रा ज्यों ज्यों आगे बढ़ रही है तो उन्हें “हार यात्रा” के रूप में नज़र आने लगी है। इसलिए उनके जीत का आंकड़ा भी डगमगाने लगा है। अब वह बिल्ली के भाग्य से सिकहर टूटने की उम्मीद में अन्य दलों का आंकड़ा गिनाकर जीत के खयाली पुलाव पका रहे हैं। लेकिन जनता के जेहन में आज भी सपा शासन के दंगे, तुष्टिकरण की राजनीति और गुंडों माफिया के आतंक और नौकरियां देने में पक्षपात की करतूतें ताजी हैं। योगी सरकार में प्रदेश दंगामुक्त है।
गुंडों और माफिया की कमर तोड़ी जा चुकी है। यूपी की पहचान अब बीमारू राज्य में नहीं बल्कि विकास की बन चुकी है। मोदी-योगी की डबल इंजन की सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की भावना से विकास कर रही है तो अखिलेश को एक बार फिर अपनी जमीन खिसकती नजर आ रही है। इसी हताशा में जीत के दावे मे बार-बार बदलाव को बाध्य होना पड़ रहा है।