लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज खत्म हो गया है। उत्पीड़न, हिंसा और अराजकता से प्रदेशवासी डरे हुये हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदेश की बेटी दुष्कर्म पीड़िता महिला के आत्मदाह की घटना से यूपी शर्मसार है। महोबा में छेड़खानी का विरोध करने पर महिला को जिंदा जला दिया गया। ऐसी घटनायें भाजपा सरकार की विफलता का परिचायक है।
मथुरा में दिनदहाड़े करोड़ों की और गोरखपुर में लाखों की लूट ने एनकाउण्टर वाली भाजपा सरकार के समय ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था की कलई खोलकर रख दी गयी है। ऐसा लग रहा है कि यूपी में अपराधियों ने भाजपा सरकार का ही एनकाउण्टर कर दिया है। मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में दिनदहाड़े बदमाशों ने आखों में मिर्च पाउडर झोंककर लूट-पाट किया। यही हाल पूरे प्रदेश का है।
अखिलेश यादव ने कहा कि यह प्रदेश का दुर्भाग्य ही है कि मुख्यमंत्री कानून का पालन कराने की जगह पुलिस-प्रशासन को ठोको नीति की शिक्षा देते है। सरकारी सत्ता के इशारे पर विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के मकान ढ़हाये जा रहे है। यह सरकार जेसीबी मानसिकता से कार्य कर रही है। जिसके तहत असहमति की आवाज को दबाया जा रहा हैं।
भाजपा ने समाज में राजनैतिक शत्रुता पैदा की है। जिस शासन तंत्र को अपराध रोकने का कार्य करना चाहिए वह सरकार की नीतियों का विरोध करने वाले लोगों को निपटाने में लगी है। भाजपा ने संविधान का मजाक बना दिया हैं अपराधी सत्ता संरक्षण में सफेदपोश बन गये है और बेगुनाहों को जेलों में ठूंस दिया जा रहा। भाजपा सरकार ने यूपी को अपराध प्रदेश बना दिया है।