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विकास कार्यों में जमकर धांधली का लगाया आरोप

ऊंचाहार/रायबरेली। ग्राम पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने को है। इसी के साथ ही गांवों में विकास के नाम पर घपलों के मामले सामने आ रहे हैं। जिससे ऐसे ग्रामों के प्रधानों के सामने आने वाले चुनाव में मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। अभी ऊंचाहार ब्लाक क्षेत्र की तीन ग्राम पंचायतों में शिकायतों की जांच में अनियमितता पाई गई है। जिसमें टीएसी जांच टीम की रिपोर्ट के बाद डीएम ने रिकवरी के आदेश दिए हैं। इनमें कैथवल, कंद रांवा व ऊंचाहार देहात के प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी व तकनीकी सहायक के खिलाफ वसूली व रिपोर्ट दर्ज कराने की कार्रवाई से हड़कंप मचा है।

वहीं क्षेत्र की तमाम दूसरी ग्राम पंचायतों में घपलों की जांच व शिकायतों की आहट से अन्य प्रधानों डर का माहौल है। सूत्रों की माने तो भले ही गांवों का विकास न हुआ हो, लेकिन इससे जुड़े लोगों की चांदी ही चांदी है। यदि सही तरीके से जांच कराई गई तो अधिकतर ग्राम पंचायतों में भारी अनियमितता के साथ सरकारी धन के लूट घसोट की कलई खुल सकती है। क्योंकि गांवों में विकास के नाम पर कागजी कार्रवाई व जमीनी हकीकत में बड़ा अंतर दिख रहा है। विकास के नाम पर विभिन्न गांवों में नाली, खड़ंजा, इंटरलॉकिंग, सोलर व स्ट्रीट लाइट, सार्वजनिक शौचालय व आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण, स्कूलों के कायाकल्प के अतिरिक्त हैंडपम्पों की मरम्मत के नाम पर सरकारी धन की जमकर लूट की गई है।

क्षेत्र की ग्राम पंचायत दौलत पुर निवासी जय प्रकाश त्रिपाठी ने शिकायती पत्र देकर ग्राम पंचायत दौलत पुर में वर्ष 1016 से 2018-19 के मध्य कराए गए विकास कार्यों में जमकर धांधली का आरोप लगाया है। जहां सोलर लाइट व स्ट्रीट लाइट, हैंडपंप मरम्मत व खड़ंजा में लाखों रुपए की लूट खसोट का आरोप लगाया है। बताया कि ग्राम पंचायत में कुल 70 इंडिया मार्क हैंड पंप हैं, लेकिन 95 हैंडपंपों के मरम्मत के नाम पर प्रति हैंडपंप 2 हजार रुपए लिया गया है। रामपाल के दरवाजे से रामलखन के घर तक खड़ंजा में 2018-19 में 84873 रुपए व्यय किया गया। जबकि इसे पिछले दो वर्षों में भी दिखाया गया है। रेलवे लाइन से रतीपाल के घर तक खड़ंजा मरम्मत वर्ष 2018-19 में 121765 रुपए व्यय दिखाया गया।जबकि कार्य नहीं किया गया। इसी तरह कई अन्य विकास कार्यों का फर्जी भुगतान कर लिया गया।

सोलर लाइट व स्ट्रीट लाइट का बगैर लगाए भुगतान दिखा दिया गया है। उन्होंने प्रधान व ग्रामविकास अधिकारी पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए सरकारी धन के दुरूपयोग की स्थलीय जांच कराने की मांग की है। कमोवेश ऐसी ही स्थिति ऊंचाहार व रोहनिया ब्लाक के करीब करीब सभी ग्राम पंचायतों की है, जहां विकास के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट किया गया है। हालांकि केंद्र व प्रदेश सरकार ने गांवों के विकास के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायतों को मनरेगा, राज्यवित्त से प्रतिवर्ष लाखों रुपए देती है। जिससे गांवों में लोगों को शहरी जैसा माहौल मुहैया कराया जा सके। लेकिन विकास के लिए जिम्मेदार ही गांवों के विकास की कम अपने विकास में मशगूल रहते हैं। वहीं इसकी निगरानी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के कर्तव्यों के प्रति उदासीनता के चलते विकास की धारा परवान नहीं चढ़ पा रही है।

ऊँचाहार-कोतवाली क्षेत्र के पूरे पर्वत मजरे अरखा में शुक्रवार की सुबह एक युवक घर में गोलगप्पा बनाते वक्त गरम तेल की चपेट में आकर झुलस गया जिसे सीएचसी से प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया है। गांव निवासी दिनेश कुमार 25 पुत्र डिब्बन लाल घर पर गोलगप्पा बना रहा था तभी कड़ाही में पड़े गरम तेल पड़ जाने से झुलस गया, परिजनों द्वारा उसे इलाज के लिए सीएचसी लाया गया जिसे प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया है। सीएचसी अधीक्षक डॉ आर बी यादव ने बताया कि झुलसी अवस्था में युवक सीएचसी आया था जिसकी हालत नाजुक होने पर उसे प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया है।

रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा

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