लखनऊ। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी सहयोगी दलों की नाराजगी झेल रही है । बिहार में रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा सहयोगी दल Allies को किसी तरह मना चुकी बीजेपी को अब यूपी में सहयोगी दलों ने झटका दिया है । ओमप्रकाश राजभर के बाद यूपी में बीजेपी की दूसरी सहयोगी दल अपना दल सोनेलाल ने भी विरोध का स्वर अख्तियार कर लिया है ।
Allies वाले
सहयोगी दल Allies वाले आशीष पटेल ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को नहीं सुना जाता है कि वह बीजेपी की तरफ से आयोजित होने वाले किसी भी कार्यक्रम और किसी भी सरकारी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। अपना दल ने 2014 का चुनाव बीजेपी के साथ गठबंधन कर लड़ा था और उसे दो सीटों मिर्जापुर और प्रतापगढ़ में जीत मिली थी।
अपना दल (एस) ने पिछड़े वर्ग से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग ने भरपूर समर्थन किया, सरकार बनवाई मगर भाजपा सरकार उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। पिछड़े वर्ग से सम्बंधित कई मांगों को सरकार के पास रखने के बाद भी पार्टी ने अभी तक उस पर कोई निर्णय नही लिया है। आशीष पटेल का कहना था कि पिछड़ों की दलित वर्ग की बहुत अपेक्षाएं हैं जिस भारी अपेक्षा के साथ सरकार को बहुमत प्रदान किया था उसके साथ उनकी अपेक्षाएं भी बहुत जुड़ी हुई हैं पार्टी को उसकी भावना का ख्याल रखना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने एक निर्णय लिया है कि जब तक बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व हस्तेक्षप करके जो समस्या आ रही है उनको हल करने का प्रयास नहीं करता तब तक उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के किसी भी कार्यक्रम उत्तर प्रदेश में आयोजित हो रहे हैं उसमें न केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया जी जाएंगी न मैं जाऊंगा।