आयुवेर्दिक चिकित्सा पद्धति के अनुसार पुराने समय से ही एलोवेरा उपयोग कई रोगों का अच्छा करने और स्वास्थ्य वर्धक रहने के लिए किया जाता रहा है. एक अध्ययन के अनुसार एलोवेरा का सेवन मधुमेह यानि डायबिटीज की समस्या को दूर करने में भी मददगार होता है.
Diabetes जीवनशैली से जुड़ा एक राेग जाे ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने से हाेता है. आइए जानते हैं टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित रोगियों के लिए एलाेवेरा कैसे सहायक होने कि सम्भावना है.
एक शाेध के अनुसार एलाेविरा का नियमित सेवन टाइप 2 मधुमेह के रोगियों के लिए बेहद लाभकारी है. क्याेंकि यह रक्त में शुगर के उच्च स्तर काे कम करने में सहायक है.
नियमित रूप से एलोवेरा लेने से इंसुलिन का स्राव उत्तेजित होता है, जो मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है. शोधकर्ताओं ने पाया कि एलोवेरा के असर से 200mg / dl के रक्त शर्करा के स्तर वाले रोगियों को सबसे अधिक लाभ हुआ.
मधुमेह का निदान तब किया जाता है जब किसी मरीज का उपवास रक्त शर्करा का स्तर 130 mg / dl से अधिक या बराबर होता है, या जब यह भोजन के दो घंटे बाद 200 mg / dl या इससे अधिक हो जाता है.
कर्इ शाेधाें में Aloe Vera के एंटीऑक्सिडेंट गुणों काे स्कीन की कुछ स्थितियों (एक्जिमा, सोरायसिस, जलने), गैस्ट्रो-आंत्र की स्थिति व सेल आयु बढ़ने के इलाज में प्रभावी माना है.
Diabetes नियंत्रण के लिए चिकित्सकीय परामर्श से 50 एमएल एलोवेरा जूस रोज पिया जा सकता है.