बहराइच। जिले में अफसरों की संवेदनहीनता की हदें पार हो चुकी हैं। अस्पताल के सामने ठंड से आहत लावारिस मौत से जूझ रही है। वही सर्द मौसम के साथ अस्पताल कर्मियों की संवेदना भी शायद सर्दी के आगोश में चली गयी है। जिला अस्पताल में इस लावारिस किशोरी की तस्वीर से सारी स्थितियां साफ हो जाएंगी, कि कैसे कर्मचारियों से लेकर अफसर तक अपना मुंह जिम्मेदारियों से फेर कर चले जाते हैं। जिसकी वजह से कड़ाके के ठंड के मौसम में ये लावारिस किशोरी नंगे फर्श पर पड़ी मौत की घड़ियां गिन रही है लेकिन न अस्पताल प्रशाशन चेत रहा है न जिला प्रशासन के संवेदनशील अधिकारी।
ठण्ड से बोलने में असमर्थ
किशोरी की हालत ठंड से इतनी बिगड़ने के बाद वह बोलने में असमर्थ हो चुकी है। ओढ़ने को चिथड़ा कपड़ा लिए किशोरी ठंड से जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही है। लेकिन अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों ने उसे शायद इलाज की आवश्यकता नहीं समझते हुए उसे दवा उपलब्ध कराने से कतराते रहे।