ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक प्रकरण का मास्टर माइंड राजीव नयन मिश्र प्रयागराज के मेजा इलाके का रहने वाला है। पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें उसको खोज रही थीं। बुधवार को उसे ग्रेटर नोएडा से दबोच लिया गया। मास्टर माइंड राजीव नयन मिश्र करोड़ों की प्रॉपर्टी का मालिक है। उसके कई होटल और रिसॉर्ट के साथ अस्पताल भी हैं। वह सिपाही भर्ती के साथ ही यूपीपीएससी, इंजीनियरिंग, और नीट से लेकर टीईटी सहित अन्य परीक्षाओं में भी सेंधमारी करता है.
सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक कराने के मामले में पुलिस राजीव नयन मिश्र की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन किया गया था। मामले में कई आरोपी पकड़े जा चुके थे, लेकिन मुख्य आरोपी और मास्टर माइंड राजीव नयन मिश्र फरार ही चल रहा था। उसको पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें राजस्थान, पंजाब, बिहार और दिल्ली से लेकर मध्य प्रदेश की खाक छान रही थी।
टीईटी 2021 में भी की थी सेधमारी
टीईटी 2021 परीक्षा 28 नवंबर 2021 को थी। सुबह एसटीएफ लखनऊ की टीम ने कौशाम्बी में एक गिरोह का भंडाफोड़ किया, जिसने परीक्षा से पहले ही पेपर लीक करा दिया था। कोखराज में डिप्टी एसपी लाल प्रताप सिंह ने राेशन सिंह पटेल निवासी झलवा को गिरफ्तार किया। इसके कब्जे से लीक कराए गए प्रश्नपत्र की उत्तरकुंजी प्राप्त हुई। मामले में उससे पूछताछ के बाद कुल तीन नामजद व अन्य अज्ञात पर केस दर्ज कराया गया।
रोशन व अन्य अभियुक्तों से पूछताछ में यह बात सामने आई कि इसमें भी मुख्य भूमिका मेजा निवासी राजीव नयन मिश्र की थी। इस पर उसे आरोपी बनाकर वांछित किया गया और जुलाई 2022 में एसटीएफ ने ही उसे लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। फरवरी 2023 में इस मामले में राजीव नयन समेत सभी आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट लगा दी गई। तब से लेकर अब तक 14 महीने बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस ने आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई नहीं की।