औरैया। जनपद के एक निजी अस्पताल में दो मरीजों की मौत के बाद आज उपजिलाधिकारी सदर व स्वास्थ्य विभाग द्वारा मनमाने तरीके से चलाये जा रहे निजी अस्पतालों में छापामार कार्रवाई की गयी, इस दौरान अस्पताल द्वारा संबंधित अभिलेख प्रस्तुत न कर पाने पर लोटस हॉस्पिटल को सील कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक रविवार को शहर के दो निजी अस्पतालों में मरीजों की मौत के बाद जहां उन्हें सील कर दिया गया था वहीं शहर में बेरोकटोक चल रहे कई अस्पतालों पर प्रशासन की नजरें तीखी हो गई है। आज दोपहर उपजिलाधिकारी सदर रमेश यादव ने स्वास्थ्य विभाग व पुलिस अधिकारियों के साथ शहर के फफूंद रोड़ पर स्थित लोटस हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां पर सौरभ सिंह चौहान निवासी पढ़ीन दरवाजा औरैया व फफूंँद क्षेत्र के ग्राम सरैया निवासी रीता व अन्य लोग मौके पर पाये गये।
स्वास्थ्य व उपजिलाधिकारी द्वारा जब अस्पताल से संबंधित अभिलेख मांगे गये तो वह लोग कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके। जिसके बाद टीम ने अस्पताल के अंदर ऑपरेशन थिएटर के अलावा छह बेड, ओपीडी चेंबर, मेडिकल व मेडिकल उपकरण बरामद किए हैं। अधिकारियों ने तात्कालिक कार्रवाई करते हुए उक्त हॉस्पिटल को अग्रिम आदेश तक सील कर दिया। एडवोकेट धीरेंद्र कुमार सिंह सेंगर ने प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया कि अस्पताल संचालक के किसी परिजन का देहांत हो गया है, इसलिए वह मौके पर नहीं आ सके हैं।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर