- फूट फूट कर रोए सीएचसी अधीक्षक कहा इस्तीफा दे दूंगा, सदर विधायिका ने मामला लिया संज्ञान में
औरैया। आयुष्मान भव: योजना के आयोजित स्वास्थ्य मेले में शहाब्दा उपकेंद्र पर बैनर न लगाए जाने की जानकारी पर सीएमओ ने अयाना सीएचसी अधीक्षक को फोन कर जमकर फटकार लगाई। सीएचसी अधीक्षक का आरोप है कि सीएमओ ने फोन कर उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इसी बीच मेले का शुभारंभ करने पहुंचे भाजपा नेता जब अधीक्षक के कमरे में पहुंचे तो उन्हें रोता देख घटना की जानकारी की। उन्होंने सदर विधायक को पूरे मामले को संज्ञान में दिया। विधायक ने मामले में सीएमओ को फटकार लगाई है।
आयुष्मान भव: योजना के तहत जिले की सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर रविवार को स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। इस दौरान सीएमओ को सदर विधायिका गुड़िया कठेरिया के गोद लिए सीएचसी अयाना के उपकेंद्र शहाब्दा पर अभियान से जुड़ा बैनर लगा नहीं मिला। इस पर सीएमओ डॉ सुनील कुमार वर्मा ने फोन कर सीएचसी अधीक्षक सुनील कुमार शर्मा को फटकार लगाई। इधर अयाना सीएचसी पर मेले का शुभारंभ करने पहुंचे भाजपा जिला उपाध्यक्ष अनिल तोमर, मंडल अध्यक्ष हरपाल ठाकुर, अरविंद सेंगर व नवीन सेंगर जैसे ही अधीक्षक के कमरे में पहुंचे। तो वहां अधीक्षक को कमरे में बैठकर रोते देखा। पूछताछ में अधीक्षक सुनील कुमार शर्मा ने भाजपा नेताओं को बताया कि सीएचसी के अंदर कुल 29 स्वास्थ्य इकाइयां आती हैं। सीएमओ की ओर से सिर्फ 21 बैनर भेजे गए थे।शहाब्दा में बैनर न लगा मिलने सीएमओ द्वारा फोन करके जानकारी ली गई। इस पर उन्होंने सीएचसी को महज 21 बैनर मिलने की बात कही।
सीएचसी अधीक्षक का आरोप है कि सीएमओ ने उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। साथ ही अस्पताल आकर जूतों से मारपीट करने की बात कही। भाजपा नेताओं ने अधीक्षक को ढांढस बंधवाकर घटना की जानकारी सदर विधायक गुड़िया कठेरिया को दी।सदर विधायक ने बताया कि स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से अपने कर्मचारी के साथ की गई अभद्रता निंदनीय है। मामले में सीएमओ को फोन कर अभद्र भाषा का प्रयोग करने को लेकर फटकार लगाई गई है। घटना की जानकारी जिलाधिकारी नेहा प्रकाश को दी जाएगी। यदि अधीक्षक सीएमओ के खिलाफ कोई कार्रवाई करते हैं तो न्याय दिलाने में उनका पूरा सहयोग करेंगी।
इस संबंध में सीएमओ डॉ सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सीएचसी अयाना पहुंचने पर वहां पर अति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का बैनर लगा देख माथा ठनका, जबकि आयुष्मान योजना का बैनर नहीं लगा था। जो बैनर लगा दिखा, उसमें तत्कालीन सीएमओ डॉ अर्चना श्रीवास्तव व तत्कालीन जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा का नाम लिखा था। जो तीन साल पुराना बैनर था। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बड़ी-बड़ी घास खड़ी मिली। आयुष्मान कार्ड भी दोपहर साढ़े 12 बजे तक महज 36 बने मिले। जबकि आशाएं 190 के आसपास हैं। उन्होंने अभद्रता के आरोपों से इन्कार किया है। कहा कि मैंने किसी को कोई गाली नहीं दी और न ही अभद्रता की है।
रिपोर्ट – संदीप राठौर चुनमुन