रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
लॉक डाउन के सभी चरणों से लेकर अनलॉक की शुरुआत तक सरकार अपने दायित्वों का निर्वाह कर रही है। इस दौर में भी सरकार अपनी तरफ से व्यवस्था कर रही है। लेकिन अनलॉक ने समाज की जिम्मेदारी भी बढाई है। इस समय कोरोना से बचाव हेतु अधिक जागरूकता अपरिहार्य है। सभी लोगों को अनिवार्य रूप से निर्धारित नियमों पर करना चाहिए। इसके लिए केवल सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। लॉक डाउन के प्रारंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतम संयम का आह्वान किया था। वस्तुतः इस आत्मसयंम की सर्वाधिक आवश्यकता अनलॉक के इस समय है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने कोविड अस्पतालों में उपचार की व्यवस्था को सुदृढ़ किया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा भी है कि संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी लोगों का जागरूक रहना आवश्यक है। कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु लोगों को सजग रहना होगा। इसके दृष्टिगत निगरानी समितियों को सक्रिय किया गया है। सर्विलांस सिस्टम को प्रभावी बनाया जा रहा है।
योगी ने कहा कि बेहतर चिकित्सा व्यवस्था संचालित की जा रही है। जागरूकता तथा सर्विलांस को प्रभावी बनाते हुए प्रदेश सरकार को संचारी रोग से होने वाली मृत्यु की दर में उल्लेखनीय गिरावट लाने में सफलता मिली है। प्रदेश सरकार ने कोविड अस्पतालों में उपचार की व्यवस्था को सुदृढ़ किया है। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सावधानी व सतर्कता आवश्यक है। इसके दृष्टिगत सभी स्थानों पर सोशल डिस्टेनसिंग का कड़ाई से पालन कराया जा रहा है। इसमें कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। भारत सरकार के दिशा निर्देशों के क्रम में धर्म स्थलों को खोलेने से पहले प्रशासन व धर्म स्थलों के प्रबन्धन से संवाद कायम किया जा रहा है। नियमों के अनुरूप ही व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक धर्म स्थल पर सेनिटाइजर इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर की व्यवस्था रहेगी धर्म स्थल के अन्दर एक बार में पांच से अधिक श्रद्धालु नहीं प्रवेश कर सकेंगे। धर्म स्थल में प्रतिमा व धार्मिक ग्रन्थों को स्पर्श करने की अनुमति नहीं होगी। यह अपेक्षा की गई कि धर्म स्थलों के परिसर में श्रद्धालु जूता चप्पल पहनकर न जाएं। योगी आदित्यनाथ अनलॉक की शुरुआत के बाद भी व्यवस्था के प्रति पहले की तरह सजग है। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन को संचालन की स्थिति में रखा जाए। क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन को सेनिटाइज करके रखा जाए,जिससे इनका उपयोग किया जा सके। कामगारों श्रमिकों को राशन किट तथा एक हजार रुपए का भरण पोषण भत्ता दिया जा रहा है। सभी कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखना होगा। योगी मरीजों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। इसलिए उन्होंने अस्पतालों में रोगियों को पीने के लिए गुनगुना पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। कोविड अस्पतालों की तीनों में आॅक्सीजन तथा वेनटीलेटर की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। बेड शीट आदि नियमित रूप से बदली जाएगी। रोगियों को शुद्ध एवं सुपाच्य भोजन उपलब्ध कराना होगा। इसी के साथ औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि के प्रति भी गम्भीर है। उन्होंने औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाकर रोजगार के अधिकाधिक अवसर सृजित करने के निर्देश दिए है।
उद्यमियों को ऋण उपलब्ध कराने के लिए एमएसएमई सेक्टर के ऑनलाइन स्वरोजगार संगम जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। बन्धु,पिकप आदि संस्थाओं को उद्योगों के संचालन की अनुकूल परिस्थितियां सृजित करने का प्रयास करेंगे। प्रदेश वापस लौटे कामगारों श्रमिकों को प्रधानमंत्री के विशेष आर्थिक पैकेज के माध्यम से लाभान्वित करने के लिए कार्यवाही की जा रही है। इस पैकेज के माध्यम से रेहड़ी तथा खोमचे वालों एवं एमएसएमई सेक्टर की सुविधा हेतु राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक आयोजित होंगी। प्रधानमंत्री के विशेष आर्थिक पैकेज के माध्यम से प्रदेश को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के भी प्रयास किये जा रहे है। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कामगारों श्रमिकों को रोजगार की मैपिंग करते कार्य योजना तैयार की जाएगी।
कामगारों श्रमिकों के साथ साथ निर्माण श्रमिकों,स्ट्रीट वेंडरों तथा एमएसएमई इकाइयों के श्रमिकों की सामाजिक सुरक्षा के लिए योजना बनाई जाएगी। श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए एक पोर्टल तैयार किया जाएगा। रेहड़ी,खोमचे वालों आदि को डिजिटल बैंकिंग से जोड़ा जाएगा। मण्डियों में संक्रमण से बचाव के लिए सेनिटाइजर इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा पल्स ऑक्सीमीटर की व्यवस्था रहेगी। आम के निर्यात व गोवंश के लिए हरे चारे की व्यवस्था के प्रति भी योगी सजग है। इस संबन्ध में भी उन्होंने निर्देश जारी किए है।