‘मुसाफिर हूं यारों न घर है न ठिकाना, मुझे तो चलते जाना है, बस चलते जाना’ – ट्रिप के शौकीन लोगों ने कभी न कभी ये गाना जरूर गुनगुनाया होगा। हम आपको ट्रिप से जुड़ी ऐसी ही एडवेंचर एक्टिविटी यानी Hiking के बारे में बताएंगे।
Hiking क्या होती है ?
लंबी पैदल यात्रा या हाइकिंग एक फिजिकल एक्टिविटी है और शरीर के साथ दिमाग पर भी असर डालती है। इसका पॉजिटिव असर आपके पूरे शरीर पर पड़ता है। हाइकिंग इस बात पर निर्भर करती है कि आप कैसा और कितना मुश्किल रास्ता चुन रहे हैं। इस एक्टिविटी की सबसे खास बात ये कि आप चलते-चलते अपने आसपास के छोटे-छोटे नजारों से रूबरू होते रहते हैं।
हाइकिंग पर जा रहे हैं तो ये चीजें आपके पास होनी चाहिए, नेवीगेशन के लिए मैप और कंपास, सनस्क्रीन, एक्स्ट्रा कपड़े, टॉर्च या हैडलैंप, फर्स्ट एड का सामान, आग जलाने के लिए लाइटर, कैंडल और वाटरप्रूफ माचिस, न्यूट्रीशन फूड और आराम करने के लिए पानी और टैंट या प्लास्टिक ट्यूब टैंट।
हाइकिंग के दौरान ध्यान रखें
1 – हाइकिंग करने जा रहे हैं तो छोटे रास्ते को चुने, जितना रास्ता आप सामान्य समतल स्थान पर तय कर सकते हैं उससे थोड़े छोटे रूट का चुनाव करें।
2 – पहली बार हाइकिंग पर जाएं तो ग्रुप में जाएं और किसी गाइड के साथ में रखें तो ज्यादा अच्छा होगा। इसके अलावा अपने घर पर भी इसकी जानकारी दें।
3 – हल्के जूते पहन कर ट्रैकिंग करें। खासतौर पर ऐसे जूते जो हाइकिंग के लिए ही बने होते हैं। इसके अलावा अगर जरूरत हो तो अच्छी क्वालिटी का टैंट भी साथ रखें।
4 – अपने साथ खाने पीने का पूरा सामान साथ रखें। चॉकलेट या टॉफी साथ में रखें।
5 – आप जिस भी रूट का चुनाव करें उसकी अच्छे से जानकारी प्राप्त करें। यह पता करें कि रूट लूप में है या नहीं। इसके अलावा रास्ते में पड़ने वाले अच्छे लंच और ठहरने के स्थानों की भी जानकारी प्राप्त करें। रूट की गलत जानकारी आपको रास्ते से भटका सकती है।
6 – रूट की जानकारी के अलावा रूट के मौसम की जानकारी भी प्राप्त करें। इससे आपको पैकिंग करने में आसानी होगी।
7 – हाइकिंग कभी भी टाइट या ढीले कपड़े पहनकर न निकलें. और आरामदायक कपड़ों में भी ट्रेकिंग करें और कपड़े मौसम के मुताबिक ही पहनें।
8 – अगर किसी जंगली इलाके में जा रहे हैं तो जानवरों को दूर से ही देखें उनके पास जाने की कोशिश न करें।
9 – अपने छोड़े हुए कूडे़ को रास्ते में न फेंके अपने साथ पैक करके ले जाएं।
10 – एक दिन में 10-12 किलोमीटर से ज्यादा हाइकिंग न करें।