भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने सोमवार को दावा किया कि विवादित फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ में जिस तरह की स्थिति दिखाई गई है वैसे ही हालात कमोबेश मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी हैं।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर भोपाल से लोकसभा सांसद हैं। सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित और विपुल अमृतलाल शाह द्वारा निर्मित ‘द केरल स्टोरी’ में दिखाया गया है कि कैसे केरल की महिलाओं का धर्म इस्लाम में बदला गया। इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह में भर्ती किया गया। यह फिल्म पांच मई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित की गई थी।
सितंबर 2008 में उत्तरी महाराष्ट्र के मालेगांव शहर में हुए बम विस्फोट में आरोपी ठाकुर ने यह भी कहा कि फिल्म निर्माता उनके जीवन पर एक फिल्म बनाने के प्रस्तावों के साथ उनसे संपर्क कर रहे हैं। ‘द केरल स्टोरी’ पर उनकी प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर भोपाल से संसद सदस्य ने कहा कि उन्होंने फिल्म नहीं देखी है, लेकिन पीड़ितों के वीडियो देखे हैं जिनकी कहानियों को फिल्म में दिखाया गया है।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया कि केवल लड़कियां ही नहीं, यहां तक कि लड़कों को भी कट्टरपंथी बनाया जा रहा है। उन्हें आतंकवाद की ओर धकेला जा रहा है। एक साजिश रची गई है जिसके तहत हिंदू लड़के और लड़कियों को धर्मांतरित किया जा रहा है, प्रताड़ित किया जा रहा है। आतंकवाद के लिए प्रेरित किया जा रहा है। धर्म परिवर्तन कर उन्हें देश के खिलाफ खड़ा किया जा रहा है।
भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि यह साजिश पाकिस्तान और कुछ अन्य देशों ने रची है। भारत में रह रहे देशद्रोही उनके संरक्षण में इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। कई निर्देशकों, निर्माताओं और लेखकों ने मेरे जीवन पर एक फिल्म के लिए उनसे संपर्क किया है, लेकिन मैंने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है। वक्त ही बताएगा कि क्या करना है लेकिन देश को जगाने के लिए जो भी जरूरी होगा, वह मैं करूंगी।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि फिल्म तीन व्यक्तियों की सच्ची कहानियों पर आधारित है। हजारों लोगों ने ऐसी परिस्थितियों का सामना किया है। यह अकेले केरल में नहीं हो रहा है। भोपाल में भी यह बड़े पैमाने पर हो रहा है। हमें ऐसे मामलों की जानकारी मिलती रही है। मैंने पहले भी मीडिया को बताया था कि लड़कियों को ‘लव जिहाद’ में फंसाया जा रहा है। उन पर अत्याचार हो रहे हैं।