लखनऊ. समाजवादी पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चैधरी ने कहा है कि भाजपा की कथनी और करनी में भारी अंतर है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की कुदृष्टि साइकिल ट्रैक पर पड़ चुकी है। वे इसे अनावश्यक और अपव्ययी योजना मानते हैं। पूर्व में इसकी जांच की धौंस भी दी जा चुकी है। समाजवादी सरकार ने जनता के हित में काम क्यों किये,भाजपा सरकार इससे चिढ़कर सभी विकास कार्यों को जांच के दायरे में ला रही है। जिससे यह बात पूरी तौर पर स्पष्ट हो चुकी है कि भाजपा सरकार जांच फोबिया की शिकार है। भाजपा सरकार को विकास से चिढ़ है। अब जनता को यह एहसास हो चला है कि भाजपा का विकास से कोई लेना देना नहीं है।
अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण से मुक्ति के अभियान के रूप में साइकिल सवारी को प्रोत्साहित करते हुए उत्तर प्रदेश में साइकिल ट्रैक बनवाने का काम किया था। अभी 21 जून 2017 को अखिलेश यादव ने सभी जनपदों में समाजवादी साथियों से साइकिल यात्राएं निकालने और सुविधाजनक ढंग से योग-व्यायाम करने का आह्वान किया था। एक लाख साइकिल सवारों ने पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश जनता तक पहुंचाया। उसी तरह प्रदूषण से बचाव की मुहिम में साइकिल सवारी को प्रोत्साहन मिल रहा है। अखिलेश यादव ने स्वयं हजारों किलोमीटर साइकिल यात्रा कर युवाओं के समक्ष एक उदाहरण रखा है। आज भी वे साइकिल सवारी करने में रूचि लेते है। उनका कहना है कि साइकिल सस्ती सवारी होने के साथ स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत उपयोगी है। इससे संतुलन साधना भी आता है। साइकिल सवारी में किसी ईधन का प्रयोग न होने से प्रदूषण की भी कोई समस्या पैदा नहीं होती है।
भारत ऐसे देश में जहां अभी भी 75 प्रतिशत आबादी गांव में रहती है और जहां तमाम लोगों की प्रति व्यक्ति आय नगण्य है वहां साइकिल सवारी ही सबसे सुगम साधन हो सकता है। प्रधानमंत्री जी की प्रस्तावित बुलेट ट्रेन का सपना जाने कब पूरा होगा जबकि साइकिल गरीब किसान,मजदूर और युवाओं की लोकप्रिय सवारी है। मोदी जी अभी कल ही नीदरलैण्ड की यात्रा पर वहां की राजधानी हेग में थे। वहां के प्रधानमंत्री मार्क रूटे ने मोदी जी को विदाई में साइकिल भेंट की। प्रधानमंत्री ने उस पर सवारी कर श्री रूटे को धन्यवाद भी किया। उत्तर प्रदेश के भाजपा नेताओं को इससे सबक लेना चाहिए।