लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा अपनी साख खो चुकी है। वह झूठ का प्रशिक्षण केन्द्र बन गई है। जनता से वादे करके भूल जाना भाजपा का चरित्र हो गया है। यह जनता को धोखा देना है। डाॅ0 राममनोहर लोहिया मानते थे कि वादाखिलाफी भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। इस हिसाब से भाजपा बड़ी भ्रष्टाचारी पार्टी है जिसने अपने संकल्प पत्र में किए गए वादे भी भुला दिए हैं।
आखिर भाजपा अपने संकल्प पत्र को क्यों नहीं पूरा किया है? किसानों-नौजवानों के लिए जो वादे किए गए क्यों भुला दिए गए? किसान की न तो कर्जमाफी हुई, न उसे फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिला और नहीं किसान की आय दुगनी हुई? गन्ना किसान आज भी अपने बकाया के लिए परेशान घूम रहा है। 10 हजार करोड़ रूपए से ज्यादा उसका बकाया हैं मिल मालिकों को ही भाजपा सरकार में राहत मिल रही है। गन्ना किसान को तो लागत मूल्य भी नहीं दिया जा रहा है। गन्ना बकाया का ब्याज क्यों नहीं दिया जा रहा है?
नौजवान परेशान है उनसे 70 लाख नौकरियों का वादा किया गया वह सिर्फ वादा ही रहा है। प्रदेश में न नौकरियां हैं न नए उद्योग आ रहे हैं कि रोजगार पैदा हो। बल्कि जो उद्योग लगे हैं, वे भी बंद होने के कगार पर है। नौकरियां मांगने पर युवाओं पर लाठी पड़ती है। नोटबंदी-जीएसटी से व्यापार चौपट है। व्यापारी कर्ज में दब गए गए हैं। बुनकरों का धंधा चौपट है। भाजपा सरकार ने खुद तो एक यूनिट बिजली का उत्पादन किया नहीं, उपभोक्ताओं के लिए उसे मंहगी कर दिया। जन सामान्य पर पेट्रोल-डीजल के अलावा ईंधन गैस का भी बोझ लाद दिया है।
भाजपा सरकार विकास का झूठा भ्रमजाल फैला रही है। उसने शौचालय बनाएं जिनमें पानी की व्यवस्था नहीं है। उज्ज्वला योजना का लाभार्थी गरीब मंहगी ईंधन गैस कहां से खरीदेगा? सार्वजनिक वितरण प्रणाली ध्वस्त है। स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल है। कोरोना महामारी के संकट के बाद अब डेंगू-मलेरिया के मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा है। बच्चे अकाल मृत्यु के शिकार हो रहे हैं।
जिस भाजपा ने अपने संकल्प-पत्र को कूड़े दान में फेंक दिया, जनता उसे फिर क्यों समर्थन देना चाहिए? समाजवादी सरकार का काम पहले भी बोल रहा था, काम आगे भी बोलेगा। इस बार जनता ने मन बना लिया है कि जो प्रदेश को विकास, तरक्की और खुशहाली के रास्ते पर ले जाएगी जो किसानों का सम्मान करेगी, जो युवाओं को हाथ में नौकरी और रोजगार देगी, ऐसे समाजवादी पार्टी को जनता इस बार मौका देने जा रही है। जनता इस बार समाजवादी पार्टी को 400 सीटें देने के लिए संकल्पित है। भाजपा की बुरी तरह हार विधानसभा चुनावों में सुनिश्चित है।