माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ के साले अब्दुल समद उर्फ सद्दाम को एसटीएफ की बरेली यूनिट से बुधवार देर रात दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। प्रयागराज में राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद सद्दाम लगातार जांच एजेंसियों को चकमा दे रहा था। पुख्ता सूचना पर उसे 27/28 सितंबर की रात दो बजे मालवीय नगर के डीडीए के फ्लैट से दबोच लिया गया। उसके पास दो मोबाइल और एक हुंडई वरना कार बरामद की गयी है।
एसटीएफ के मुताबिक प्रयागराज के पूरामुफ्ती निवासी सद्दाम के खिलाफ प्रयागराज में चार, जबकि बरेली में दो मुकदमे दर्ज हैं। पूछताछ में उसने बताया कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली, कर्नाटक और मुंबई में ठिकाने बदलकर पनाह ले रहा था।
दिल्ली के डीडीए के फ्लैट में वह अपनी प्रेमिका अनम से मिलने आया था। उसने बताया कि अशरफ के बरेली जेल जाने के बाद वह भी थाना बारादरी स्थित खुशबू इंक्लेव में रहने लगा। मैं जेलकर्मियों की मदद से अशरफ को खाने-पीने एवं अन्य वस्तुएं पहुंचाता था। इस दौरान अशरफ के साथ मिलकर जमीनों का कारोबार भी कर रहा था। अशरफ के दोस्त और परिचित जो पैसा देते थे, वह मेरे पास रहता था।
बरेली में लल्ला गद्दी, नाजिश, सैयद साहब, फुरकान आदि के साथ मिलकर अशरफ विवादित जमीनों में हस्तक्षेप करता था। इससे उनको करोड़ों रुपये की आमदनी होती थी। एसटीएफ ने सद्दाम के खिलाफ बिथरी चैनपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।