नई दिल्ली। पुलिसवालों से बदसलूकी और गाली देने के मामले में उज्जैन के BJP MP भाजपा सांसद डॉ चिंतामणि मालवीय के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। उनके खिलाफ उज्जैन पुलिस ने सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के साथ ही आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है।
BJP MP के अलावा पुलिसकर्मियों से
सांसद BJP MP के अलावा पुलिसकर्मियों से बदसलूकी करने वाले उनके आठ साथियों को भी इसमें आरोपित बनाया गया है।दरअसल शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान अपने परिवार के साथ महाकाल मंदिर में पूजा करने आए थे। उनकी आगवानी और पूजा की तैयारियों के लिहाज से भाजपा सांसद चिंतामणि मालवीय मंदिर में जाना चाह रहे थे। लेकिन डयूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश तो वो बरस पड़े। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। जिसमें सांसद पुलिसकर्मियों को खुलेआम गालियां देते नजर आ रहे हैं। आज इस मामले में उज्जैन पुलिस ने सांसद के खिलाफ केस दर्ज किया है।
केस दर्ज होने के बाद जब उज्जैन सांसद से वीडियो के बारे में पूछा गया तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि, जिला प्रशासन और पुलिस ने जिलाध्यक्षों को मंदिर में नहीं आने दिया था और आचार संहिता की आड़ में पुलिस जबरदस्ती सख्ती कर रही थी।
मतदान के बाद भाजपा और पुलिस के बीच तालमेल गड़बड़ता नजर आ रहा है। पहले हेलिपेड पर भाजपा के जिलाध्यक्ष श्याम बंसल और पुलिस अधिकारी के बीच गरमागरमी हुई। बाद में महाकाल मंदिर में प्रवचन हॉल की तरफ से प्रवेश के दौरान तैनात पुलिस जवानों ने सांसद प्रो. मालवीय सहित अन्य नेताओं को रोक दिया।
इस पर सांसद तैश में आ गए और उन्होंने पुलिसवालों को फटकारते हुए सभी को अंदर प्रवेश कराया। इसी दौरान उन्होंने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को जमकर गालियां दीं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान महाकाल मंदिर में दर्शन व पूजन के लिए आए थे और सांसद मुख्यमंत्री से मिलने के लिए मंदिर के अंदर जा रहे थे।
ये कोई पहला मौका नहीं है, जब उज्जैन सांसद चिंतामणि विवादों में फंसे हो। वो पटाखे जलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी खुला विरोध कर चुके हैं।