सीबीआई और ईडी ने पीएनबी महाघोटाले के आरोपी Neerav and Mehul के 94 करोड़ के शेयर के साथ उसकी लग्जरी कारें जब्त कर ली। इस महाघोटाले के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सीबीआई और ईडी ने सेबी से भी गुजारिश की है। इस मामले में सीबीआई और ईडी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के देश भर में फैले ठिकानों की जांच करने के साथ संपत्तियों को जब्त कर रहे हैं।
- जैसे-जैसे जांच बढ़ रही, वैसे-वैसे नीरव मोदी की लग्जरी लाइफ का भी खुलासा हो रहा है।
Neerav and Mehul पर सख्ती जांच तेज
ईडी ने नीरव मोदी और उसकी कंपनी की 9 लग्जरी कारें जब्त की हैं। इन कारों की कीमत कई करोड़ बताई जा रही है। इसमें सिर्फ एक कार रॉल्स रॉयल घोस्ट की ही कीमत 6 करोड़ की है। इसके अलावा 2 मर्सिडीज बेंज GL 350, एक पॉर्शे पैनामेरा, तीन होंडा और एक टोयोटा फॉर्चूनर और एक टोयोटा इनोवा है।
- नीरव और मेहुल ग्रुप के 94 करोड़ के शेयर भी जब्त कर लिए हैं।
- सेबी ने दोनों जांच एजेंसियों की बात पर नेशनल सिक्योरिटीज डिपोजिटरीज सर्विसेज लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपोजिटरीज सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) से कहा है कि वे गीतांजलि जेम्स में मेहुल चोकसी के शेयरों को फ्रीज कर दें।
फर्जी कंपनियों पर छापे
बुधवार को ईडी की टीम ने देश भर में 17 जगहों पर छापे मारे। इनमें से मुंबई की चार जगह नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की फर्जी कंपनियों का पता दिया गया है।
- अभी तक नीरव और मेहुल की 126 फर्जी कंपनियों का पता चला है।
- इनमें 78 कंपनियां नीरव मोदी की और 48 कंपनियां चोकसी की हैं।
- सूत्रों के अनुसार इन कंपनियों की संख्या बढ़ सकती है।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टली
बुधवार को ही इस घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए दायर जनहित याचिका पर फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया। केंद्र सरकार के अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा है कि उन्हें इस जनहित याचिका पर गंभीर आपत्ति है और वह इसका विरोध करेंगे।
- अब इस मामले में 16 मार्च को सुनवाई होगी।
- मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि यह जनहित याचिका का दुरुपयोग है।
- अटॉर्नी जनरल ने कहा जांच तेजी से की जा रही है और कई गिरफ्तारियां भी हुई हैं।